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आईसीए-एपी: अमेरिकी सैन्क्शॅन के चलते आमसभा फीकी

13वें आईसीए-एशिया और पेसिफिक की आम सभा के दौरान तेहरान में दूसरे दिन नौ विशेष समितियों की बैठकों का आयोजन किया गया। श्री ली चुनेंग, अध्यक्ष, आईसीए-एशिया पेसिफिक भी इस अवसर पर मौजूद रहे।

ईरान पर अमेरिकी सैन्क्शॅन के डर से सभा को नजरअंदाज करने के लिए कई देश और क्षेत्रीय निकाय के बोर्ड के कुछ सदस्यों को मजबूर होना पड़ा। अमेरिकी सैन्क्शॅन के कारण कई देश जैसे जापान, सिंगापुर, श्रीलंका, नेपाल आदि बैठक में हिस्सा नहीं ले पाए। यहां तक कि भारत से जाने वाले सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों की संख्या में भी गिरावट आई है।

ईरान चैंबर ऑफ कॉपरेटिव द्वारा घोषित नौ बैठकों में मंगलवार को कृषि मानव संसाधन विकास, विश्वविद्यालय सहयोग उपभोक्ता, क्रेडिट और बैंकिंग समेत अन्य विषयों पर चर्चा हुई।

जैसे कि पहले बताया जा चुका है आईसीए-एपी की 13वीं क्षेत्रीय सभा का आयोजन सोमवार को तेहरान में किया गया। इस सभा में एशिया प्रशांत क्षेत्र से 400 से अधिक सहकारी नेताओं ने भाग लिया।

इस बैठक में 300 से अधिक ईरानी प्रतिभागी हैं और सभा में 25 देशों से लगभग 170 प्रतिनिधियों के भाग लेने की बात कही जा रही है। इस सभा का आयोजन तेहरान स्थित आईआरआईबी सेंटर में किया जा रहा है। यह बैठक 26 नवंबर को शुरू हुई थी और 30 नवंबर तक चलेगी।

आईसीए एशिया-पेसिफिक के अध्यक्ष ली चुनेंग उद्घाटन अवसर पर अनुपस्थित थे। उनकी जगह आईसीए-एपी के उपाध्यक्ष डॉ चंद्रपाल सिंह यादव ने पहले दिन बैठक की अध्यक्षता की। इस सभा में भारतीय सहकारी समितियों के प्रतिनिधि भी मौजूद हैं, जिनमें बिहार स्थित बिस्कोमॉन के अध्यक्ष सुनील सिंह भी शामिल हैं जिन्होंने भारतीय सहकारिता को सभा से जुड़ी कई तस्वीरें साझा की।

13 वीं आईसीए-एपी क्षेत्रीय असेंबली की थीम “ट्रांसफॉर्मेशन टूवर्ड सस्टेनेबल एंड रेसिलियंट सोसाइटी” है। इस क्षेत्रीय सभा का आयोजन हर दो साल में किया जाता है और इस बैठक के जरिए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाती है।

आईसीए-एपी का दावा है कि यह क्षेत्रीय सभा क्षेत्र में सहकारी समितियों की लोकतांत्रिक शासन प्रक्रिया को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

पहली क्षेत्रीय सभा का आयोजन 1995 में हुआ था और तब से यह परंपरा चली आ रही है। क्षेत्रीय सभा के दौरान आईसीए-एपी की क्षेत्रीय कमेटी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करती हैं।

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