उत्तराखंड में भाजपा सरकार के सत्ता में आने से पहले एनसीयूआई और इफको के निदेशक प्रमोद कुमार सिंह उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ का नेतृत्व कर रहे थे लेकिन हाल ही में सरकार ने बृजभूषण गैरोला को प्रशासनिक बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति किया है और इनकी नियुक्ति की खबर सहकारी गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है।
इससे पहले, आरसीएस ने प्रशासक के रूप में इसका कार्यभार संभाला था लेकिन सरकार ने एक आदेश के माध्यम से प्रशासनिक बोर्ड के प्रमुख के रूप में गैरोला को नियुक्त किया है।
इनकी नियुक्ति की खबर इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि फरवरी माह में उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ का चुनाव होना लगभग तय है। प्रशासनिक बोर्ड के तीन अन्य सदस्यों में मतवर सिंह रावत, दीपक सिंह और नरेंद्र सिंह शामिल हैं।
गैरोला उत्तराखंड पेयजल निगम सलाहकार बोर्ड के भी अध्यक्ष रहे हैं। इससे पहले घनश्याम नौटियाल निवर्तमान बोर्ड के अध्यक्ष थे, जिनका कार्यकाल पिछले साल जुलाई में समाप्त हुआ था।
राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत को धन्यवाद देते हुए गैरोला ने कहा कि, “फरवरी में उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ यानि यूसीएफ का चुनाव होना है और तब तक मैं संघ की गतिविधियों का संचालन करूंगा।”
“आज ही मैंने यूसीएफ की प्रशासनिक बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला है और संघ मे चल रही गतिविधियों पर टिप्पणी नहीं कर सकता।”लेकिन मैं वादा करता हूं कि मैं संगठन को और ऊँचाइयों तक ले जाने पर काम करूंगा। ”गरोला ने फोन पर इस संवाददाता से कहा।
पाठकों को याद होगा कि राज्य में भाजपा के सत्ता संभालने के बाद यूसीएफ ने कई उतार-चढ़ाव देखे थे। विधानसभा चुनाव जीतने के तुरंत बाद, भाजपा सरकार ने प्रमोद कुमार सिंह को उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ (यूसीएफ) के अध्यक्ष पद से हटा दिया था और घनश्याम नौटियाल को शीर्ष सहाकरी संस्था यूसीएफ की कमान सौंपी थी।
सिंह के समर्थकों का मानना है कि भाजपा सरकार ने नियोजित तरीके से उन्हें यूसीएफ से हटाया था। बता दे कि राज्य में सहकारी संस्थाओं की चुनाव प्रक्रिया पिछले साल जुलाई में शुरू हुई थी। अब लेबर, बैंक, हाउसिंग, यूसीएफ और पीसीएफ जैसी शीर्ष सहकारी समितियों का चुनाव बाकी है।
इस बीच, सोशल मीडिया पर बृजभूषण गैरोला के अनुयायियों ने उन्हें बधाई भरे संदेश भेजे। गैरोला ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निवास का दौरा किया जहां रावत ने उन्हे बधाई दी। इस अवसर पर उनके कैबिनेट सहयोगी प्रशांत पंत और धन सिंह रावत भी उपस्थित थे।