बिहार की विपणन सहकारी संस्था बिस्कोमान के कैमूर जिले में स्थित एक बिक्रि केंद्र पर आये दो गांवों के किसानों में मारपीट और गोलीबारी की खबर सामने आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दो गांवों के किसानों में यूरिया खरीदने को लेकर पहले झड़प हुई और फिर फायरिंग हुई जिसकी वजह से नौ किसान घायल हो गए।
घायल किसानों को इलाज के लिए वाराणसी भेजा गया है। इस बीच बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने गंभीर रूप से घायल किसानों को 50 हजार रुपये और आंशिक रूप से घायल को 25 हजार रुपये उनके खाता में देने की घोषणा की है।
बिस्कोमान की टीम ने घायल किसानों के गांवों का भी दौरा किया। घायल किसानों में राकेश कुमार यादव, अलाउद्दीन अंसारी, विजय कुमार चौबे, सुनील कुमार सिंह, दीपक कुमार, रौशन कुमार सिंह, सुभाष सिंह, राम अयोध्या सिंह और जय प्रकाश राय, आदि का नाम शामिल है।
“मैंने इफको के मार्केटिंग डायरेक्टर योगेंद्र कुमार से बात की है, जिन्होंने राज्य में यूरिया का अतिरिक्त रैक भेजने का वादा किया है”, बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील सिंह ने किसानों से यूरिया के लिए खूनी लड़ाई लड़ने से दूर रहने को कहा।
इधर प्रदेश भर में यूरिया संकट की स्थिति से निपटने के लिए बिस्कोमान के प्रयासों की प्रशंसा की जा रही है। राज्य के किसान सुबह-सुबह बिस्कोमान बिक्री केंद्रों पर जाने के लिए तैयार होते हैं, जहां 265 रुपये प्रति बैग की दर पर यूरिया मिलता है। अन्य जगहों पर प्रति बैग की कीमत 350 रुपये से 500 रुपये तक है।
हालांकि बिस्कोमान ने किसी भी केंद्र पर 265 से अधिक यूरिया बेचने वाले अधिकारी पर सख्त से सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये है और विज्ञापन के जरिए अध्यक्ष ने अपने फोन नंबर को भी साझा किया है ताकि स्थिति पर अध्यक्ष खुद निगरानी रख सकें। यूरिया का मुद्दा न केवल बिहार में बल्कि भारत के अन्य हिस्सों में भी इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है।