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गुजरात में न केवल बल्कि दिल्ली में भी सक्रिय गुजरात स्टेट कोआपरेटिव यूनियन के अध्यक्ष और एनसीयूआई के उपाध्यक्ष जी एच अमीन ने पिछले सप्ताह अहमदाबाद में एक विशाल सहकारी सम्मेलन का आयोजन किया।
इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे, जिनमें केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला और राज्य सहकारिता मंत्री ईश्वरसिंह पटेल का नाम शामिल है। हालांकि मुख्य अतिथि के रूप में राज्य के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी आने वाले थे लेकिन किसी कारण वह अनुपस्थिति रहे।
इस सम्मेलन में विभिन्न राज्य के दिग्गज सहकारी नेतागण भी शामिल थे जिनमें बिहार विपणन सहकारी संस्था बिस्कोमॉन के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह भी आए थे। इनके अलावा दिलीप संघानी, अजय पटेल, जी एच अमीन के छोटे भाई और राज्य योजना आयोग के प्रमुख नरहरि अमीन ने भी शिरकत की।
गांधीनगर में आयोजित जीएससीयू सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रुपाला ने किसानों की कमाई को बढ़ाने का आह्वान किया और सुझाव दिया कि केवल खेती से ही नहीं, बल्कि बागवानी, डेयरी और अन्य संबंधित क्षेत्रों के माध्यम से भी उनकी आय को बढ़ाया जा सकता है।
अपने उद्बोधन में गुजरात के सहकारिता मंत्री ईश्वरसिंह पटेल ने कहा कि राज्य सरकार सहकारी समितियों को महत्व देती है और राज्य में सहकारी समितियों के माध्यम से लोगों के लिए समृद्धि की संभावना है।
देश में गुजरात अपने उत्कृष्ट सहकारी निकायों के लिए जाना जाता है। कई बड़े सहकारी संगठनों की इकाइयां जैसे कि अमूल, इफको और कृभको किसानों की आय दोगुनी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
इस सम्मेलन में गुजरात के विभिन्न सहकारी संस्थानों का प्रतिनिधित्व करने वाले लगभग 5,000 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन का विषय “किसानों की आय को दोगुना करने में सहकारिता की भूमिका’’ था।
जीएससीयू के अध्यक्ष घनश्याम अमीन ने कहा कि, “यह 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कटिबद्ध है। सरकार के इस लक्ष्य को पूरा करने में सहकारी समितियों का भी योगदान होना चाहिए”।
राज्य के बारे में बताते हुए अमीन ने कहे कि गुजरात में 98 प्रतिशत गाँव सहकारी समितियों से जुड़े हुए हैं। नौ हजार सेवा सहकारी मंडली से करीब 18,000 दुग्ध सहकारी संघों के साथ गुजरात में सक्रिय हैं, जिन्होंने राज्य के लाखों किसानों को मजबूत बनाया है”, उन्होंने कहा।
सहकारी सम्मेलन में जीएच अमीन का दबदबा देखने को मिला और सहकारी नेताओं की भारी संख्या में मौजूदगी अमीन की ताकत को दर्शाता है, एक प्रतिभागी ने कहा।
यह उल्लेख करने की बात है कि अमीन अगले साल एनसीयूआई अध्यक्ष पद के दावेदार हो सकते हैं, जब मौजूदा अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव का कार्यकाल पूरा होना है।