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सरकार ने स्वच्छता अभियान में फिशकोफेड की भूमिका को सराहा

भारत सरकार ने मत्स्य सहकारी संस्थाओं की शीर्ष संस्था फिशकोफेड की ओर से दिल्ली के मछली बाजारों में चलाए गए स्वच्छता अभियान को सराहा है।

दिल्ली स्थित फिशकोफेड की पूरी टीम में उत्साह का माहौल तब उत्पन्न हो गया जब सचिव (एएचडी), भारत सरकार ने गुरुवार को संस्था को “स्वछता पखवाड़ा पुरस्कार” से नवाजा। “हमारे एमडी को सचिव से प्रशंसा पत्र मिला है”, फिशकोफेड की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है।

“महासंघ ने सात मछली बाजारों के लिए स्वच्छता अभियान चलाया था और लोगों को प्रशिक्षण भी दिया था।”

भारतीय सहकारिता से बात करते हुए संस्था के एमडी बी के मिश्रा ने कहा कि फिशकोफेड एकमात्र सहकारी संस्था है जिसने यह पुरस्कार प्राप्त किया है।

पाठकों को याद होगा कि भारतीय सहकारिता ने अतीत में मत्स्य सहकारी संस्था की ओर से चलाए गए स्वच्छता अभियान पर खबर प्रकाशित की थी। एमडी ने कहा कि आप यूरोप के मछली बाजारों में जाकर देखिए; आपको बिल्कुल भी गंदगी नहीं मिलेगी; क्यों न हम भी इसी तर्ज पर मछली मार्केट को बनाए।

फिशकोफेड ने स्वच्छता अभियान गाजीपुर मंडी सहित एनसीआर की सात बड़ी मछली मार्केट में चलाया था।

लेकिन इसे अखिल भारतीय स्तर पर चलाने के लिए भारी समर्थन की आवश्यकता है। मिश्रा ने हेकेप की बात की जो कृषि उपज को संभालने की एक मानकीकृत प्रक्रिया है।

मछली मार्केट में उचित जल निकासी, उचित टुकड़े ढलान, जिस पर मछली रखी जाती है, उचित कटाई के उपकरण, अपशिष्ट उपचार, दुकान की सफाई समेत अन्य विकलपों की तत्काल आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आसपास शौचालय की सुविधा भी होनी चाहिए।

मिश्रा ने कहा कि प्रत्येक राज्य में औसतन कम से कम 20 संगठित मछली मार्केट हैं और इस तरह देश में कुल मछली मार्केट की संख्या 720 के आसपास है। यदि आप असंगठित मछली बाजारों को जोड़ते हैं तो संख्या 1000 से 2000 एक राज्य में हो सकती है; उन्होंने कहा कि एक सर्वेक्षण की जरूरत है।

मिश्रा ने कहा कि दिल्ली में एमसीडी प्रति माह 20 हजार का शुल्क लेती है, लेकिन न तो स्वच्छता है और नही शौचालय की कोई व्यवस्था है। गाजीपुर का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वहां 250 दुकानें हैं और अगर मैं उनमें से प्रत्येक से केवल 100 रुपये लेता हूं, तो स्वच्छता अभियान बढ़े पैमाने पर चलाया जा सकता है।

फिशकोफेड इस उद्देश्य के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए तैयार है जो दिन में दो बार बाजारों की सफाई करेगा और बदबू रहित वातावरण सुनिश्चित करने में मदद करेगा।

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