दिल्ली के सहकारी जगत में एक सर्वव्यापी चेहरा – सुनील खत्री, इफको के मौजूदा निदेशक प्रहलाद सिंह को चुनौती दे सकते हैं। जानकारों का मानना है कि निर्वाचन क्षेत्र के पुनर्गठन के साथ खत्री लाभप्रद स्थिति में है।
हरियाणा के रहने वाले खत्री इन दिनों अपने निर्वाचन क्षेत्र दिल्ली और हरियाणा के प्रतिनिधियों को लुभाने में व्यस्त है। एक सूत्र ने कहा कि क्षेत्र में लगभग 70 वोट हैं। हालांकि प्रहलाद सिंह हरियाणा में मंत्री थे लेकिन खत्री इस क्षेत्र के उभरते सितारे माने जा रहे हैं।
आपको बता दें कि वर्तमान में उर्वरक सहकारी इफको चुनाव की प्रक्रिया से गुजर रहा है और इसका पहला चरण 847 प्रतिनिधियों, जिसमें 46 महिलाएं हैं, के चुनाव के साथ संपन्न हुआ।
नाम न छापने की शर्त पर इफको के सूत्रों ने कहा कि सभी निवर्तमान निदेशकों का फिर से चुना जाना तय नहीं है। उनका अनुमान है कि कम से कम 5 सीटों पर लड़ाई होगी।
इफको अपनी ओर से चुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शी रखने के लिए सभी सावधानियां बरत रहा है। इसने अपने साकेत स्थित मुख्यालय में 8 सीसीटीवी कैमरे और एलईडी स्क्रीन लगाने का निर्णय लिया है।
नामांकन पत्र का वितरण 26 अप्रैल से शुरू होगा और 3 मई आखिरी दिन है। 5 मई को नामांकन पत्र दाखिल करने वाले उम्मीदवारों की सूची सार्वजनिक की जाएगी। जांच और नाम वापसी के बाद अंतिम सूची 9 मई को जारी होगी और निदेशक मंडल का चुनाव 10 मई 2019 को होगा।