मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अलीगढ़ जिला सहकारी बैंक की 10 शाखाओं में फर्जी ऋण वितरण के मामले की जांच सीबी-सीआईडी करेगी। बताया जा रहा है कि यह घोटाला लगभग 14 करोड़ रुपये का है।
इस मुद्दे को विधान परिषद के सदस्य शतरुद्र प्रकाश और संतोष यादव ने भी उठाया था। इसके अलावा, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही और सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की और उन्हें स्थिति से अवगत कराया। शिकायतें मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने सीबी-सीआईडी को मामले की जांच करने का आदेश दिया।
यह घोटाला 2001 से 2014 की अवधि का है। बैंक की अतरौली, खैर, इगलास,चौंडस सहित कई अन्य शाखाओं को घाटे में दिखाया गया। बैंक द्वारा की गई आंतरिक जांच में 10 शाखा प्रबंधकों सहित लगभग 25 कर्मचारी दोषी पाए गए हैं। उन्हें उनकी सेवाओं से बर्खास्त कर दिया गया है।
दरअसल मामला तब सामने आया था जब अलीगढ़ डीसीसीबी के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेता सुरेश चंद्र शर्मा ने कृषि और सहकारिता मंत्री को घोटाले की जानकारी दी।