जयपुर के जवाहर कला केंद्र में मसाला उत्पादन से जुड़ी सहकारी समितियां 10 से 20 मई तक अपने उत्पादों को प्रदर्शित करेंगी।
सहकारिता विभाग के अतिरिक्त रजिस्ट्रार- विजय शर्मा ने स्थानीय मीडिया को बताया कि राजस्थान का सहकारिता विभाग ‘राष्ट्रीय सहकारी मसाला मेला’ का आयोजन कर रहा है।
विभाग ने इन उत्पादों में काम करने वाली सहकारी समितियों को आकर्षक पैकिंग, मसालों की शुद्धता और प्रतिस्पर्धी मूल्य बनाए रखने के लिए कहा है क्योंकि सहकारी समितियों की विश्वसनीयता दांव पर है। सहकारी मसाला मेले में मौके पर मसाला पीसने के साथ-साथ साबुत और पिसे हुए मसालों की भी व्यवस्था होगी।
अतिरिक्त रजिस्ट्रार शर्मा ने कहा कि सहकारी क्षेत्र में राजस्थान देश का एकमात्र राज्य है जो कई वर्षों से सहकार मसाला मेले का आयोजन कर रहा है और जयपुर के निवासियों को शुद्ध मसाले प्रदान करने के लिए पहल कर रहा है।
उन्होंने कहा कि जयपुरवासी अपने शहर में सहकार मसाला मेले का इंतजार कर रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर पर मेले को फिर से पहचान मिली है। वह स्थानीय अधिकारियों को निर्देश देते हैं कि वे अपने-अपने विभागों के गुणवत्तायुक्त मसालों को विभिन्न संस्थानों को भेजें।
जयपुर निवासियों की भीड़ को आकर्षित करने के लिए, सहकारी मसाला मेले को उच्च गुणवत्ता वाले सहकारी उत्पादों और मसालों के उत्पादन और बिक्री के साथ बहु-उत्पाद युक्त और आकर्षक बनाया जाएगा।
सहकारी मसाला मेले का समय सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक होगा और प्रवेश निशुल्क होगा। उन्होंने कहा कि सहकारी मसाला मेले के आयोजन से उत्पादक किसानों और आम लोगों दोनों को लाभ होगा।
उन्होंने कहा कि सहकार मसाला मेले के आयोजन का मुख्य उद्देश्य जयपुर के निवासियों को शुद्ध मसाले उपलब्ध कराना है।