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दैनिक समाचार “द वीक” को दिए एक साक्षात्कार में जीसीएमएमएफ़ के प्रबंध निदेशक आर.एस. सोढ़ी का कहना है कि वित्त वर्ष 2018-19 में जीसीएमएमएफ़ का सालाना कारोबार लगभग 33,000 करोड़ रुपये हो गया है, लेकिन इसका लक्ष्य अगले कुछ साल में 1 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ाने का है।
साधारण शुरुआत से आगे बढ़ते हुए जीसीएमएमएफ़ भारत में डेयरी क्षेत्र के एक विशाल संस्थान में बदल गया है। महान दुग्ध-पुरुष वर्गीज कुरियन ने यह परिवर्तन लाने में मुख्य रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ‘द वीक’ का कहना है कि वर्तमान में जीसीएमएमएफ के साथ 18 सदस्यीय यूनियनें हैं जिनका नेटवर्क 18,700 गांवों में फैला हुआ है।
जीसीएमएमएफ़ ‘अमूल’ ब्रांड का मालिक है जो मक्खन, घी, दही, बटरमिल्क, लस्सी, सुगंधित दूध और चॉकलेट जैसे उत्पाद बेचता है। सोढ़ी का कहना है कि वह खुद ही व्यापार में लगातार विविधता लाने के विचार के पक्षधर हैं।
अमूल ने हाल ही में “अमूल ट्रू” ब्रांड के नाम से फलों के रस जैसे नए उत्पादों को बाजार में उतारा है।