नामांकन भरने के आखिरी दिन करीब 35 से अधिक नामांकन दाखिल होने से यह स्पष्ट है कि इफको के चुनावों में अभूतपूर्व मुक़ाबला देखने को मिलेगा। इस चुनाव में कई नए चेहरे अपना भाग्य आजमा रहे हैं। नाम न छापने की शर्त पर इफको के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि, “मैं कम से कम सात सीटों पर मुक़ाबला देख रहा हूँ जिससे यह चुनाव रोमांचक होने जा रहा है”।
अपनी किस्मत आजमाने वालों की सूची में सबसे ऊपर हैं अहमदबाद से सहकारी नेता अजय पटेल, जो नोटबंदी के दौरान अहमदाबाद डिस्ट्रिक्ट को ऑपरेटिव बैंक में 745 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले के आरोप लगाने के कारण राहुल गांधी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा लड़ रहे हैं।
गुजरात से दिलीप संघानी, जयेश रादडिया और अजय पटेल जैसे कुछ लोगों ने नामांकन दाखिल किया है, जिनके बीच कडी टक्कर की संभावना है। अहमदाबाद डीसीसीबी और गुजरात स्टेट सहकारी बैंक के चेयरमैन अजय पटेल को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का सहयोगी माना जाता है। संघानी नाफ्सकोब और नेफेड के अध्यक्ष हैं।
महाराष्ट्र के उम्मीदवारों में भी लड़ाई उत्सुकतापूर्ण होने जा रही है, जहां से छ: सहकारी नेताओं ने नामांकन दाखिल किया है। उनमें से अशोक जगताप, राजेंद्र देव राव, विलास राव उर्फ बी के पाटिल, संजय मुरलीधर पवार, डॉ. आडवे हीरा पाटिल और साधना यादव का नाम शामिल हैं। सूची में महाराष्ट्र राज्य सबसे ऊपर है, जहाँ से अधिकतम संख्या में नामांकन प्राप्त हुए हैं।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से नए चेहरों में डॉ. अमित प्रताप सिंह, मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के श्री रामाधार और मंजू सिंह देव हैं। जैसा कि पहले से अनुमानित था, इन राज्यों में सरकारों के बदलने से नए लोगों ने नामांकन दाखिल किया हैं।
अन्य नए चेहरों में हैं उत्तर प्रदेश के बलबीर सिंह, कर्नाटक के उत्तमराव पाटिल और केरल के के.पी. बेबी। बता दें कि कर्नाटक से उत्तम पाटिल, श्रीनिवास गौड़ा के खिलाफ लड़ रहें हैं।
इस चुनाव में महिला सीटों पर भी कई दावेदार है क्योंकि तीन से अधिक महिलाएं चुनावी मैदान में है। उनमें से हैं- साधना यादव, डॉ वर्षा कस्तूरता और ज्योति राम राव। ये सभी महाराष्ट्र से ताल्लुक रखती हैं। छत्तीसगढ़ से श्रीमती मंजू सिंह देव भी एक उम्मीदवार हैं, लेकिन वह सहकारी संस्था/समिति से आती हैं।
ओवर रामचंद्रन के प्रतिद्वंदी के. पी. बेबी हैं, जबकि सुनील खत्री का मुकाबला पूर्व मंत्री प्रहलाद सिंह से है। सूत्रों का कहना है कि आरजीबी में कई नए चेहरों के आने से खत्री के अभियान को बल मिला है।
हालांकि निवर्तमान बोर्ड के तीन निदेशकों ने किसी कारण से अपना नामांकन दाखिल नहीं किया है। वे हैं – त्र्यंबकराव जी, शिरसथ, रमाकांत भार्गव और शीश पाल।
संभावित मुकाबला वाली सीटें हैं – महाराष्ट्र, महिला सीट, उत्तर प्रदेश, हरियाणा-दिल्ली, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु-केरल।
तेलंगाना से अकेले देवेंद्र रेड्डी ने नामांकन भरा है। आंध्र प्रदेश से ए. प्रवीण रेड्डी उम्मीदवार हैं। ओडिशा से दो नामांकन दाखिल हुए हैं- सिमाचल पाधी और चंद्र कुमार पुरोहित।
इफको के प्रयासों के बावजूद उत्तर-पूर्व से कोई नामांकन नहीं हुआ है। नामांकन पत्रों की जांच और वापसी के बाद अंतिम सूची 9 मई को प्रकाशित की जाएगी। मतदान 10 मई को होगा।