शुक्रवार को दिल्ली स्थित इफको सदन में हुए इफको के चुनावों में पांच विजयी उम्मीदवार- पाधी, प्रहलाद सिंह, साधना जाधव, अमित प्रताप और देवेंद्र रेड्डी इफको बोर्ड में निदेशक निर्वाचित हुए।
सिमाचल पाधी की बात करे तो इस बार उन्होंने शानदार जीत हासिल की है। उन्हें ओडिशा और पश्चिम बंगाल निर्वाचन क्षेत्र से सबसे अधिक वोट मिले। इस क्षेत्र से कुल 69 मत पड़े जिसमें से उन्हें 62 मत प्राप्त हुए। उनके प्रतिद्वंद्वी पुरोहित को सिर्फ 7 वोट मिले।
मध्य प्रदेश के सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह के पुत्र अमित प्रताप सिंह को 33 में से 27 वोट प्राप्त हुए जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी मंजू सिंह देव को सिर्फ 6 वोट मिले।
महाराष्ट्र-तेलंगाना और आंध्र प्रदेश निर्वाचन क्षेत्र से देवेंद्र रेड्डी एक मामूली अंतर से विजयी बने। रेड्डी को 34 और उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी विवेक बिपिनदादा को 31 वोट मिले।
महिला निर्वाचन-क्षेत्र और हरियाणा-दिल्ली में समान रूप से कड़ा मुक़ाबला देखा गया। मतदान से पहले गंभीर लड़ाई देखने को मिली लेकिन प्रहलाद सिंह ने सुनील खत्री को 11 वोटों से हराया। जीत की खबर सुनकर सिंह की खुशी का ठिकाना नहीं था। प्रहलाद को 29 मत मिले, जबकि खत्री को सिर्फ 18 मत मिले। “दुनिया को बता दें कि मैंने वीरतापूर्वक मुकाबला किया”, खत्री ने इस संवाददाता से कहा।
लेकिन सबसे रोमांचक मतदान महिला निर्वाचन-क्षेत्र में देखने को मिला था जहां बड़ी संख्या में महिला प्रतिनिधियों ने अपनी नेता को चुनने के लिए मतदान किया। यह एक बड़ी बात है कि 46 मतदाताओं में से 43 महिलाओं ने वोट डाला। साधना जाधव विजयी घोषित हुईं जिन्हें 27 मत मिले। उनकी प्रतिद्वंद्वी कस्तूरकर को 16 वोट मिले।
गिनती समाप्त होते ही इफको चुनाव के रिटर्निंग अधिकारी ने निर्वाचन-क्षेत्रों के परिणामों की घोषणा की। उम्मीदवारों और उनके समर्थकों की उपस्थिती में मतगणना सम्पन्न हुई। बड़े टीवी स्क्रीन पर यह सब दिखाया गया था।
मतगणना के दौरान कई प्रतिनिधियों ने “भारतीयसहकारिता डॉट कॉम” के संवाददाता के साथ बातचीत करते हुए कहा कि ऐसा जोश पहले नहीं दिखाई दे रहा था और उन्होंने कहा कि यह अच्छा है कि नेता सामान्य आरजीबी सदस्यों के मूल्य को पहचानें।