एनसीडीसी ने हाल ही में साइबर सुरक्षा पर एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया, जिसमें कई शीर्ष सहकारी संस्थाओं के अधिकारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर अर्बन कॉपरेटिव बैंकों की शीर्ष संस्था ‘नेफकॉब’ के साथ एनसीडीसी ने एक ‘समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर भी किये।
एमओयू पर नेफकॉब के अध्यक्ष ज्योतिंद्र मेहता और एनसीडीसी के एमडी सुदीप कुमार नायक ने हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर नेफस्कॉब के अध्यक्ष-दिलीप संघानी तथा एनसीडीसी और नेफकॉब के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
एमओयू का उद्देश्य एनसीडीसी और नेफकॉब के बीच आपसी सहयोग का निर्माण करना है ताकि सहकारी क्षेत्र के विभिन्न पहलुओं के विकास को सुनिश्चित किया जा सके।
एमओयू पर हस्ताक्षर के समय साइबर सुरक्षा पर भी बात की गई। एनसीडीसी ने “सहकारी संस्थान – साइबर सुरक्षा सलाहकार फोरम” (सीआईसीएएफ़) विषय पर अनुभवी सहकारी नेताओं की उपस्थिति में हाल ही में एक बैठक का आयोजन किया जिसकी सूचना फेसबुक पर भी साझा की गई।
एनसीडीसी के वरिष्ठ सलाहकार और प्रधानमंत्री कार्यालय में पूर्व-राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक डॉ. गुलशन राय ने फोरम को संबोधित करते हुए इस विषय पर प्रकाश डाला।
नेफस्कॉब के अध्यक्ष दिलीप संघानी, नेफकॉब के अध्यक्ष ज्योतिंद्र मेहता, नेफस्कॉब के एमडी बी सुब्रमण्यम, नेफस्कॉब के उपाध्यक्ष उपाध्यक्ष के एन राजन्ना और एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी सहित कई अन्य गणमान्य लोगों ने फोरम को संबोधित किया।
सहकारी नेताओं ने एनसीडीसी के एमडी सुदीप नायक द्वारा सहकारी आंदोलन को मजबूत बनाने में सक्रिय भूमिका निभाने की सराहना की। उन्होंने रेखांकित किया कि लगभग 13 राज्य के सहकारी बैंकों के प्रतिनिधियों का कार्यक्रम में मौजूद होना बड़ी बात थी।
उल्लेखनीय है कि एनसीडीसी अभी दिल्ली में अक्टूबर में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेला ‘आईआईसीटीएफ़-2019’ की तैयारी में सक्रिय है। इस आयोजन को प्रचारित करने का हर संभव प्रयास करते हुए एनसीडीसी ने दुनिया भर में भारतीय दूतावास से भी समर्थन की मांग की है, जो इस आयोजन में शामिल होने के लिए सहकारी समितियों को प्रेरित करेंगे।
एनसीडीसी ने हाल ही में जापान के सुमितोमो मितुसी बैंकिंग निगम के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये, जिसकी खूब चर्चा हुई। एनसीडीसी ने जापानी बैंक से 3 प्रतिशत की ब्याज दर पर 2,000 करोड़ रुपये का ऋण लिया है। इस समझौते की प्रशंसा चारों ओर हुई है।