भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (एनसीयूआई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एन सत्यनारायण नरेंद्र मोदी को सरकार बनाने के लिये मिले प्रचंड बहुमत से काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि मजबूत और स्थाई सरकार से देश के सहकारी आंदोलन को बल मिलेगा।
“भारतीयसहकारिता.कॉम” से बात करते हुए सत्यनारायण ने कहा कि सहकारिता एक अनूठा व्यवसाय मॉडल है और भारत जैसी अर्थव्यवस्था के लिए सबसे उपयुक्त है तथा रोजगार सृजन और आय बढ़ाने दोनों में सक्षम है।
इससे पहले एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने निवर्तमान मोदी सरकार में मंत्री रहे संतोष कुमार गंगवार से मुलाकात की और उन्हें 8वीं बार पुनः चुने जाने पर बधाई दी। उनके साथ बीजेपी सहकारी सेल के प्रमुख अशोक डबास भी थे, जो पूर्व में एनसीयूआई की गवर्निंग काउंसिल के सदस्य थे।
उन्होंने दिल्ली और उत्तराखंड के भाजपा उपाध्यक्ष और प्रभारी श्याम जाजू तथा गजेंद्र सिंह शेखावत से भी मुलाकात की। उन्हें उम्मीद है कि एनसीयूआई-एनसीसीटी सहित सहकारी आंदोलन से जुड़े कई मुद्दे आगामी सरकार द्वारा हल किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सहकारी आंदोलन को मजबूत बनाने में सरकार एवं एनसीयूआई दोनों की जिम्मेदारी अहम है। उन्होंने संघीय सरकार द्वारा अभी भी आंदोलन की आकृति को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।
भारत में अमीर और गरीब के बीच असमानता बढ़ रही है और इसे कम करने के लिए सहकारी आंदोलन सबसे उपयुक्त है। सत्यनारायण ने कहा कि यह एक ऐसी प्रणाली है जो “एक सदस्य- एक मत” के सिद्धान्त पर काम करती है और अगर ईमानदारी से लागू की जाए तो यह गेम चेंजर साबित हो सकती है।
उन्होंने आगे कहा कि हमें उन सहकारी समितियों के लिए एक सक्षम ढांचे को प्रोत्साहित और प्रदान करने की आवश्यकता है जो ठीक काम कर रही हैं और कठिनाइयों का सामना कर रही समितियों को संभाल सकती हैं।
अगला सहकारिता मंत्री कौन होगा यह कहना अभी मुश्किल है। सहकारी नेता मंत्रालय के अधिकारियों के साथ अच्छे संबंध रखना चाहते हैं।
“एनसीयूआई के अध्यक्ष चंद्र पाल सिंह के व्यस्त कार्यक्रम के चलते “भारतीयसहकारिता.कॉम” उनकी प्रतिक्रिया नहीं ले सका।