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एक समाचार पत्र के मुताबिक आदर्श क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी में घोटाला सामने आने के बाद, राजस्थान रजिस्ट्रार ऑफ कोऑपरेटिव सोसाइटीज नीरज के. पवन ने राज्य की सभी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटीज की जांच की मांग की है।
कहा जा रहा है कि जांच के दौरान जो सहकारी समितियां अनियमितता में लिप्त पाई जाएंगी उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पवन बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के जोनल रजिस्ट्रार, सब रजिस्ट्रार और शहरी और क्रेडिट सहकारी समितियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने रजिस्ट्रारों को शहरी और क्रेडिट सहकारी समितियों से संबंधित सभी मामलों की बारीकी से निगरानी करने का निर्देश दिया।
उन्होंने रजिस्ट्रारों को प्रत्येक जिले में कार्यरत शहरी और क्रेडिट सहकारी समितियों की एक सूची बनाने, उनका निरीक्षण करने और सहकारी अधिनियम के तहत अनियमितताओं में लिप्त पाए जाने पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने उनसे बिना किसी हिचकिचाहट के सख्ती से पेश आने का आह्वान किया।
सभी मामलों की विस्तृत रिपोर्ट जल्द ही सहकारिता विभाग को भेजी जानी चाहिए। उन्होंने जनता से इन समितियों में अपने रिस्क पर पैसा निवेश करने को कहा है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान, विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि आदर्श क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी में जोधपुर के निवेशकों के 700 करोड़ रुपये अटके हुए हैं।