हरिद्वार जिला सहकारी बैंक की बोर्ड ने ऐसे बैंक प्रबंधकों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है जिन्होंने किसी जांच-पड़ताल के किसानों को कर्ज दिया है। यह निर्णय बैंक की पिछले हफ्ते हुए बोर्ड की बैठक में लिया गया।
डीसीसीबी के चेयरमैन प्रदीप चौधरी ने कहा कि बैंक द्वारा पूर्व में वितरित किया गया ऋण अभी तक वापस नहीं मिला है। बैंक का एनपीए लगभग 49 करोड़ रुपये है। बैंक उन प्रबंधकों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगा, जिन्होंने बिना किसी जांच-पड़ताल के ऋण को वितरित किया था।
इस मामले को लेकर बोर्ड के सदस्य काफी गुस्से में थे क्योंकि बैंक प्रबंधकों की अनियमितताओं में संलिप्तता की कई शिकायतें सामने आई है। बैठक में 39 प्रस्ताव भी पारित किये गये। निर्णय में बैंक के कर्मचारियों को बोनस और पदोन्नति की लंबे समय की मांग को भी स्वीकृति मिली।
इस अवसर पर निदेशक प्रहलाद सिंह, मंजू चौधरी, देवेंद्र अग्रवाल, सुशील राठी और अन्य उपस्थित थे।