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विश्वेश्वर बैंक का लक्ष्य 2020 तक सकल एनपीए को शून्य करना

पुणे स्थित मल्टी स्टेट सहकारी बैंक- विश्वेश्वर सहकारी बैंक ने वित्त वर्ष 2018-19 में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन एनपीए को नियंत्रित करने में बैंक उल्लेखनीय काम कर रहा है।

वित्त वर्ष 2018-19 में बैंक का शुद्ध एनपीए 5.14% से घटकर 0% हो गया जबकि सकल एनपीए 7.73 प्रतिशत से घटकर 1.93 प्रतिशत हो गया विश्वेश्वर बैंक ने 2020 तक अपने सकल एनपीए को शून्य करना का लक्ष्य रखा है।

वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान बैंक ने 29.07 करोड़ का सकल लाभ और 14.42 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है। इससे पहले बैंक ने 13 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।

इसके अलावाबैंक का कुल कारोबार भी बढ़ा है। बैंक ने वित्त वर्ष 2018-19 में 2,381 करोड़ रुपये का कारोबार हासिल किया है। पिछले वित्त वर्ष यह 2,350 करोड़ रुपये था।

बैंक के सीईओ ने इस संवाददाता से फोन पर कहा, हमने वित्त वर्ष 2018-19 में सभी क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया है और बैंक 2021-22 के दौरान अपना स्वर्ण जयंती वर्ष मनाएगाजिसके लिए हम 3,500 करोड़ रुपये का व्यवसाय हासिल करने की योजना बना रहे हैं”।

हालांकि व्यापार में मामूली वृद्धि हुई हैबैंक ने विभिन्न मानक वित्तीय मापदंडों में सुधार किया है। बैंक सफलतापूर्वक जमा की लागत को 6.24% तक और धन की लागत को 5.88% तक कम कर सकता हैजिससे बैंक का लाभ प्रभावित हुआ है।

आरबीआई द्वारा निर्धारित न्यूनतम 10% के मुकाबले बैंक का सीआरएआर 18% है।

विश्वेश्वर बैंक ने इस वर्ष भी एफ़एसडबल्यूएम स्टेटस और शेड्यूल बैंक स्टेटस प्राप्त करने के लिए सभी निर्धारित मापदंडों को प्राप्त किया है।

प्रौद्योगिकी उन्नति के क्षेत्र में बैंक ने सभी नए एटीएम और रिसाइकलर मशीनें लगाई हैं, जिसमें हाल ही में आरबीआई द्वारा घोषित सभे सुरक्षा मानक हैं जिससे बैंक के एटीएम कार्ड धारकों को पूरी सुरक्षा दी जा सके। बैंक ने किसी भी साइबर हमले से बैंक की सुरक्षा के लिए “कमजोर मूल्यांकन और भेदन जांच (वीएपीटीके साथ अपना वार्षिक आईएस ऑडिट भी पूरा कर लिया है।

बैंक के चेयरमैन अनिल गडवेसीए मनोज सखारेवाइस-चेयरमैन और सीनियर डायरेक्टर सुनील रुकारी के सक्षम नेतृत्व में बैंक लगातार प्रगति कर रहा है और विभिन्न व्यावसायिक लक्ष्यों को प्राप्त कर रहा है।

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