फाइनांसियल एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक नाबार्ड डीसीसीबी को राज्य सहकारी बैंक में समेकित करने की संभावना को तलाश रहा है। नाबार्ड के अध्यक्ष एचके भानवाला ने मीडिया से कहा कि छोटे आकार का होने के कारण डीसीसीबी पर जोखिम मंडराता रहता है।
भानवाला ने कहा कि नाबार्ड अपनी निगरानी में सभी जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों के लिए जोखिम आधारित पर्यवेक्षण शुरू करने के लिए एक रूपरेखा तैयार कर रहा है। इसकी देखरेख में 370 जिला केंद्रीय सहकारी बैंक (डीसीसीबी) हैं।
पत्रकारों से बात करते हुए नाबार्ड के चेयरमैन ने कहा कि नाबार्ड इस तरह के नियामक ढांचे की नींव रख रहा है, लेकिन इस मामले पर अंतिम निर्णय बोर्ड द्वारा लिया जाएगा।