गंभीर परिस्थितियों से गुजरने के बावजूद, देश का दूसरा सबसे बड़ा शहरी सहकारी बैंक- कॉस्मॉस कोऑपरेटिव बैंक ने वित्त वर्ष 2018-19 में अच्छा प्रदर्शन किया है। यूसीबी की एजीएम 4 अगस्त को आयोजित की जानी है लेकिन बैंक के अध्यक्ष मिलिंद काले ने ‘भारतीय सहकारिता’ के साथ इस अच्छी खबर को साझा किया।
काले ने कहा कि कॉस्मॉस बैंक गंभीर परिस्थितियों से गुजरने के बावजूद, वास्तव में मजबूती से खड़ा हुआ है। बैंक ने पिछले 3 वर्षों की तुलना में विगत 5 महीनों के दौरान डिपोजिट और एडवांस के क्षेत्र में भारी वृद्धि की है। बैंक ने मार्च 2018 की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है और मार्च 2019 के अंत में बैंक का व्यापार 1,250 करोड़ रुपये बढ़ा है, उन्होंने बताया।
दिलचस्प बात यह है कि बैंक बड़े ऋण वितरित करने की बजाय खुदरा ऋण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। साइबर अटैक की वजह से बैंक को 50 प्रतिशत हानि झेलनी पड़ी। धन के विनियोग के बाद बैंक ने 21.83 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है, काले ने आगे बताया।
कुल मिलाकर 2018-19 वित्त वर्ष बेहद कठिन और चुनौतीपूर्ण था। फिर भी, बैंक ने व्यवसाय को बढ़ाकर अपनी छवि को सफलतापूर्वक सुधारा है और इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि समीक्षाधीन वर्ष उत्पादक और आशावादी था, काले ने कहा।
उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थितियों में हमने कर्मचारियों का समर्थन किया और उन्हें आत्मविश्वास के पुनर्निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया”।
यहां तक कि गंभीर स्थिति में भी बैंक ने रिकवरी पर ध्यान केंद्रित किया और एनपीए खातों से अधिकतम राशि 211.38 करोड़ रुपये तक और राइट-ऑफ खातों से 69.09 करोड़ रुपये की वसूली की गई है। समीक्षाधीन वर्ष के दौरान,शुद्ध एनपीए खातों में 28.24 करोड़ रुपये की राशि कम हुई है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 0.92% कम है।
इसके अलावा, अगस्त 2018 के बाद के तीन महीनों में जमा के नुकसान ने ऋण संवितरण को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया था। इन विपरीत परिस्थितियों में भी, बैंक ने अपनी शुद्ध अग्रिम में 828 करोड़ रुपये की वृद्धि की है। यह ऋण संवितरण पिछले 4 वर्षों में सबसे अधिक था”।
अफसोस की बात है कि साइबर हमले के कारण वित्त वर्ष 2018-19 में बैंक अपने शेयरधारकों को लाभांश नहीं दे पाएगा। “हमने फैसला किया है कि जब तक साइबर हमले के कारण डूबी पूरी राशि नहीं मिल जाती तब तक लाभांश वितरित नहीं किया जाएगा”, बैंक के अध्यक्ष मिलिंद काले ने सूचित किया।
बैंक की 113 वीं वार्षिक आम बैठक 4 अगस्त को पुणे के शिवशंकर सभागृह में आयोजित की जानी है।
पाठकों को याद होगा कि 2018 में साइबर हैकर्स ने दुनिया भर के 28 देशों में मल्टीपल एटीएम स्वाइप के जरिए कॉस्मॉस सहकारी बैंक को 94.42 करोड़ रुपये की चपत लगाई थी। काले ने आगे कहा, ” बैंक को लगभग 500 करोड़ रुपये की सावधि जमा और 415 करोड़ रुपये बचत जमा राशि की समय से पहले निकासी तथा साइबर घटना के कारण कार्ड कमीशन के रूप में 3.70 करोड़ रुपये की हानि का सामना करना पड़ा”।