हाल ही में आयोजित उत्तराखंड स्थित ऊधम सिंह नगर जिला सहकारी बैंक की 10वीं एजीएम को संबोधित करते हुए सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। इस मौके पर रावत मुख्य अतिथि थे।
मंत्री ने कहा कि कुछ योजनाएं किसानों को आत्मनिर्भर बनाने पर केंद्रित हैं।
बैंक के अध्यक्ष नरेंद्र मानस ने एजीएम के दौरान बताया कि बैंक ने 2017-18 के वित्तीय वर्ष के दौरान 7.07 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है। बैंक ने इस वर्ष 526 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किये हैं, उन्होंने सूचित किया।
बता दे कि पिछले वित्तीय वर्ष में बैंक ने अपनी एजीएम का आयोजन नहीं किया था और हाल ही में आयोजित एजीएम में 2017-18 वित्त वर्ष की गतिविधियों के बारे में सदस्यों को जानकारी दी गई। बैंक का कहना है कि इस साल के अंत तक एक और एजीएम का आयोजन कर सदस्यों को 2018-19 वित्त वर्ष की गतिविधियों के बारे में भी जानकारी देंगे।
गर्दरपुर के एक प्रतिनिधि लेखराज तनाजा ने लाभांश में बढ़ोतरी की मांग की।
मानस ने कहा, बैंक की सभी शाखाएं सीबीएस से जुड़ी हैं। बैंक अपने ग्राहकों को एटीएम, आरटीजीएस, एनईएफटी, माइक्रो एटीएम भी प्रदान कर रहा है। बैंक ने हाल ही में एक मोबाइल एटीएम वैन का भी उद्घाटन किया है।
बैंक अपनी 33 शाखाओं के माध्यम से किसानों एवं ग्राहकों की मदद कर रही है।
इसके अलावा, 2017-18 वित्तीय वर्ष में बैंक का अपना फंड 185 करोड़ रुपये से बढ़कर 196 करोड़ रुपये हो गया।
उत्तराखंड राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष दान सिंह रावत के अलावा मेयर रामपाल सिंह, महाप्रबंधक एमएस भंडारी समेत अन्य लोगों ने एजीएम में भाग लिया।
पाठकों को याद होगा कि हाल ही में उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने ऋण वसूली के लिए वन टाइम सेटलमेंट स्कीम की घोषणा की। इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन किसानों को लाभान्वित करना है जो जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों से जुड़े हैं।
इसके अलावा, भाजपा से जुड़े सहकारी नेताओं ने उन्हें नियोजित तरीके से शीर्ष पद से हटाने के लिए रावत की आलोचना की। “भारतीयसहकारिता” से बात करते हुए, कई सहकारी समितियों विशेष रूप से दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ से जुड़े लोगों ने सहकारी संस्थाओं के मामलों में उनके अनावश्यक हस्तक्षेप पर नाराजगी व्यक्त की है।