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सहकार भारती के वरिष्ठ नेता और शीर्ष बैंक आरबीआई के केंद्रीय बोर्ड के निदेशक सतीश मराठे ने गत सप्ताह उत्तर पूर्वी स्थित शहरी सहकारी बैंकों से जुड़े अध्यक्षों, सीईओ और सहकारी नेताओं के साथ बैठक कर विस्तार से चर्चा की।
भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में 14 शहरी सहकारी बैंक और सैकड़ों सहकारी समितियां हैं लेकिन उन्हें प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है, मराठे ने “भारतीयसहकारिता.कॉम” को बताया।
उन्होंने कहा, “निदेशक मंडल के साथ-साथ उन शहरी सहकारी बैंकों के सीईओ को संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से हमने 27 जुलाई 2019 को गुवाहाटी में सहकारी प्रबंधन संस्थान में प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा था।”
इस कार्यक्रम को सहकार भारती के असम चैप्टर और असम स्टेट फेडरेशन ऑफ अर्बन कोऑपरेटिव बैंक्स एंड क्रेडिट सोसाइटीज ने संयुक्त रूप से आयोजित किया था।
इस मौके पर ग्यारह से अधिक शहरी सहकारी बैंकों के निदेशकों और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया। स्थानीय सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों का कहना है कि उत्तर-पूर्व में बहुत कम सहकारी कार्यक्रमों का आयोजना होता है लेकिन इस सहकारी सभा में बड़े पैमाने पर सहकारी नेताओं की भागीदारी देखी गई।
प्रशिक्षण सत्र सतीश मराठे, आईआईबीएम के निदेशक – डॉ. के रमेश और आईसीएम के निदेशक – डॉ. के आई मीटी सहित अन्य लोगों द्वारा संचालित किए गए।
मराठा ने शहरी सहकारी बैंकों की भूमिका और नियामक द्वारा इस क्षेत्र के लिए वर्तमान दृष्टिकोण पर विस्तार से बात की। उन्होंने उत्तर पूर्व में सहकारी आंदोलन को बढ़ावा देने में अमब्रेला संगठन और फेडरेशन की भूमिका पर भी जोर दिया।
डॉ. के रमेश ने शहरी सहकारी बैंकों के सामने विभिन्न चुनौतियों के बारे में बात की और बोर्ड ऑफ़ मैनेजमेंट के हालिया दिशानिर्देशों के बारे में बताया। डॉ. मीटी ने शहरी बैंकों के प्रबंधन में पेशेवरों की प्रभावशीलता के बारे में बात की।
अंत में, सतीश मराठे ने शहरी सहकारी बैंकों के सभी निदेशकों और सीईओ को एक साथ काम करने और समाज के सभी वर्गों में सहकारी क्षेत्र की सकारात्मक बात फैलाने के लिए प्रोत्साहित किया।
उल्लेखनीय है कि सहकार भारती कमजोर माने जाने वाले उत्तर-पूर्वी राज्यों में सहकारी आंदोलन को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रही है। इसके नेता सहकारिता की स्थिति का जायजा लेने के लिए क्षेत्रों का भ्रमण करते रहते हैं। अभी हाल ही में, सहकार भारती के आयोजन सचिव संजय पचपोर ने मणिपुर का दौरा किया जहाँ संगठन की स्थानीय इकाई की ओर से आयोजित एक कार्यशाला का उद्घाटन किया।