मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक से एफआईआर दर्ज किए बिना कथित करोड़ों रुपये के घोटाले को बंद करने से बॉम्बे हाईकोर्ट नखुश है।
याचिका में कई शीर्ष राजनेताओं अजीत पवार और मोहिते पाटिल का नाम है। कई प्रमुख नौकरशाहों के नामों का भी खुलासा हुआ है।
यह आरोप लगाया जा रहा है कि इन लोगों को कई ऐसे को-ऑप ऑउटफिट के लिए ऋण स्वीकृत किया, जो चुकाने की स्थिति में नहीं थे।