गुजरात स्टेट को-ऑपरेटिव क्रेडिट सोसायटी फेडरेशन द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि फेडरेशन ने हाल ही में एनसीयूआई, नई दिल्ली में सहकारी क्रेडिट सोसायटी के अध्यक्षों और निदेशकों के लिए तीन दिवसीय नेतृत्व विकास कार्यक्रम का आयोजन किया।
एनसीयूआई के उपाध्यक्ष, घनश्याम अमीन ने इस आयोजन का उद्घाटन करते हुए कहा कि एनसीयूआई सहकारी क्षेत्र का एक राष्ट्रीय स्तर का सर्वोच्च संस्थान है और देश के 8 लाख सहकारी संस्थान इसके साथ जुड़े हुए हैं।
“भारतीयसहकारिता से बातचीत में अमीन ने कहा कि सहकारी कामकाज की सर्वोत्तम प्रथाओं का अनुकरण करने वालों में से गुजरात एक है और हम अन्य राज्यों के क्रेडिट को-ऑप्स के लाभों के लिए इसको शोकेस करना चाहते थे।
“चूंकि हर कोई गुजरात नहीं आ सकता है, इसलिए हमने अन्य राज्यों के कई सहकारी समितियों को दिल्ली में एनसीसीई में आमंत्रित किया और इस प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया”, अमीन ने कार्यक्रम के उद्देश्य को समझाते हुए कहा।
उल्लेखनीय है कि एनसीसीई देश में सहकारी समितियों के लिए प्रशिक्षण और शिक्षा प्रदान करने की गतिविधियों में लगा हुआ है। इसके एक भाग के रूप में, गुजरात राज्य सहकारी क्रेडिट सोसायटी फेडरेशन हर एक या दो साल में इस तरह के प्रशिक्षण और शिक्षा कार्यक्रम आयोजित करता है”, अमीन ने बताया।
एनसीयूआई के उपाध्यक्ष ने कहा, फेडरेशन तालुका, जिला, और राज्य स्तरीय सेमिनार का भी आयोजन करता है, जिसमें सहकारी क्रेडिट सोसाइटियों के प्रतिनिधियों को प्रख्यात विषय विशेषज्ञों द्वारा डिजिटलाइजेशन और कैशलेस ट्रांजेक्शन, नवीनतम सहकारी कानून, आदि जैसे विभिन्न विषयों पर शिक्षित किया जाता है।
फेडरेशन की उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा करते हुए अमीन ने कहा कि फेडरेशन ने हाल ही में “सहकारी साख समितियों में आयकर” विषय पर राज्य स्तरीय सेमिनार का आयोजन किया, जिसमें आयकर की धारा 80-पी के बारे में सहकारी समितियों के संचालकों को विस्तार से बताया गया।
महासंघ ने सहकारी समितियों के संचालकों के लाभ के लिए एक उपयोगी पुस्तक का लोकार्पण किया, जिसमें आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण, विभिन्न राज्यों के उच्च न्यायालय और माननीय सर्वोच्च न्यायालय के सहकारिता से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण निर्णयों को शामिल किया गया है, अमीन ने बताया।
गुजरात के सहकारी ढांचे को बहुत मजबूत बताते हुए अमीन ने कहा कि यहाँ सहकारी क्षेत्र के गहन अध्ययन के लिए विभिन्न देशों के प्रतिनिधि आते हैं।
प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी एन सत्यनारायण ने कहा कि सहकारी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एनसीयूआई द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी ने क्रेडिट समितियों से नवीनतम तकनीक अपनाने का आग्रह किया ताकि वे बदलते समय में अपनी प्रतिस्पर्धा को बनाए रख सकें।
इस अवसर पर बोलते हुए एनसीसीई के निदेशक वी.के. दुबे ने सहकारी गतिविधियों के विस्तार का आह्वान किया जिससे सहकारी निकायों को और अधिक उपयोगी बनाना सुनिश्चित किया जा सके।
दिल्ली स्टेट को-ऑपरेटिव यूनियन के जेसीटीसी के अध्यक्ष एस सी प्रधान ने क्रेडिट अप्रेजल और ऋण दस्तावेजों के बारे में लाइव प्रेजेंटेशन दिया।
विभिन्न क्रेडिट सोसाइटी के प्रतिनिधियों ने कार्यक्रम में भाग लिया। पूरे कार्यक्रम का समन्वयन फेडरेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दुष्यंत सिंह वाघेला द्वारा किया गया।