एनसीयूआई की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, हाल ही में एनसीसीई ने नई दिल्ली में ओडिशा राज्य सहकारी संघ के अध्यक्ष और निदेशकों के लिए तीन दिवसीय ‘नेतृत्व विकास कार्यक्रम’ (एलडीपी) आयोजित किया।
एलडीपी का आयोजन ओडिशा राज्य सहकारी संघ के निदेशक मंडल के क्षमता निर्माण और शासन कौशल निर्माण के लिए किया गया था।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन कर्नाटक राज्य के पूर्व मंत्री और पूर्व राज्य सभा सदस्य डॉ. लीला देवी आर. प्रसाद ने एनसीसीई के निदेशक डॉ. वी के दुबे और उनकी फैकल्टी टीम के साथ किया।
इस अवसर पर डॉ. देवी ने कहा कि सहकारी समितियों को एक उद्देश्य के साथ आगे बढ़ना चाहिए न कि केवल पूरी तरह से स्वायत्त संगठनों के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए प्रदर्शन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि “यह वास्तव में दुखद है कि अच्छी सरकारी योजनाओं के बावजूद सहकारी समितियों के पास पर्याप्त बुनियादी ढांचा और प्रशासन नहीं है”।
मत्स्य, डेयरी, क्रेडिट और बैंकिंग जैसी सहकारी समितियों के लिए लाभ कमाने वाले क्षेत्रों को आधुनिक तकनीक विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण सत्रों को व्यवस्थित किया जाना चाहिए और स्थानीय और बाहरी प्रतिभागियों के अधिक अंतर विनिमय को ज्ञान के बंटवारे के लिए उचित तरीके से व्यवस्थित किया जाना चाहिए ।
एलडीपी में भाग लेने वाले प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण सत्र के दौरान प्राप्त व्यवस्थाओं, अध्ययन यात्राओं और ज्ञान के बारे में अपनी राय साझा की। इस दौरान सहकारी विचार और प्रबंधन, उद्यमिता कौशल, परियोजना नियोजन और कार्यान्वयन, सूक्ष्म परियोजना योजना और इसके कार्यान्वयन, को-ऑप बैंकों में आईटी का उपयोग, जीएसटी और सहकारी शिक्षा में बड़े पैमाने पर मीडिया की भूमिका पर चर्चा की गई।
इन प्रशिक्षण सत्रों ने कौशल विकास और लाभ बढ़ाने के लिए सहकारी समितियों के व्यवसाय के विविधीकरण के लिए मूल्यवान शिक्षण इनपुट प्रदान किये।
कार्यक्रम का समन्वयन सुश्री रजनी शर्मा, सलाहकार एनसीसीई द्वारा किया गया था।