हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, मध्यप्रदेश पुलिस राज्य के सहकारी बैंकों में 110 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच कर रही है।
पुलिस अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। शिकायत थी कि नए बचत खाते खोलकर सहकारी बैंकों में पुराने नोट जमा किये गये थे, और बाद में उन्हें दूसरे बैंकों में स्थानांतरित कर दिये गया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि भोपाल, ग्वालियर और सागर के तीन जिला सहकारी बैंकों की जांच चल रही है, क्योंकि इन बैंकों में ज्यादातर पैसा जमा था।
गौरतलब है कि नवंबर 2016 में मोदी सरकार द्वारा विमुद्रीकरण की घोषणा की गई थी।