देश में सहकारी आंदोलन को बढ़ावा देते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के लोक भवन में यूपी सहकारी बैंक के भारतीय वित्तीय प्रणाली संहिता [आईएफएससी] का उद्घाटन किया।
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर एक साधारण सहकारी-संचालक तक सभी ने महसूस किया है कि पश्चिम और दक्षिण भारत की तुलना में उत्तर भारत में सहकारी आंदोलन काफी कमज़ोर है और योगी का यह कदम मील का पत्थर साबित होगा”, लखनऊ में एक सहकार नेता ने प्रतिकया दी।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा, “सहकारी बैंक द्वारा अपने ग्राहकों के लिए यह सेवा शुरू करना एक उपलब्धि है। सहकारिता कृषि की रीढ़ है। आरटीजीएस और एनईएफटी की सेवाएं अपने ग्राहकों को देने के लिए बैंक के सभी अधिकारियों को बधाई”।
सहकारिता को भी किसानों की आय दोगुनी करने पर काम करना चाहिए, योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शब्दों का आह्वान करते हुए कहा, जिन्होंने 2022 को कट ऑफ ईयर के रूप में रखा है तब तक देश में किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
यूपी में अखिलेश यादव की तत्कालीन सरकार पर हमला करते हुए आदित्यनाथ ने कहा, “पूर्व सरकार ने बड़े पैमाने पर सहकारी आंदोलन को नुकसान पहुंचाया लेकिन वर्तमान सरकार ने 2.5 साल की अवधि में इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए बहुत कार्य किये हैं।
“लोग अब सहकारी बैंकों पर भरोसा करने लगे हैं। बैंक को प्राथमिकता के आधार पर नवीनतम तकनीक का उपयोग करने और अधिक से अधिक जमाकर्ताओं का विश्वास जीतने का प्रयास करना चाहिए”, उन्होंने रेखांकित किया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा भी उपस्थित थे। उन्होंने सीएम से विधायकों के फंड से पीएसीसीएस [पैक्स] के गोदामों की स्थिति में सुधार के लिए फंड प्रदान करने का आग्रह किया। यह सरकार पर कोई अतिरिक्त वित्तीय बोझ नहीं डालेगा, मंत्री ने कहा।
सोशल मीडिया के माध्यम से इस खबर को साझा करते हुए, वर्मा ने लिखा, “आज माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अनुग्रहपूर्ण उपस्थिति में लोक भवन, लखनऊ में उत्तर प्रदेश सहकारी बैंक लिमिटेड के आईएफएससी कोड-UPCB0000001 के लॉन्चिंग समारोह में भाग लिया।”
यूपी कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष तीजवीर सिंह ने बताया कि शीर्ष बैंक अपनी 27 शाखाओं के माध्यम और 50 डीसीसीबी जिनकी पूरे यूपी में 1260 शाखाएं हैं, किसानों को लघु और मध्यवर्ती ऋण प्रदान कर रहे हैं।
16.88 लाख से अधिक किसानों को “रूपे किसान क्रेडिट कार्ड” वितरित किया गया है। यूपी कोऑपरेटिव बैंक 2012 से आईसीआईसीआई बैंक के माध्यम से अपने ग्राहकों को आरटीजीएस/एनईएफटी सुविधा प्रदान कर रहा है।
इस अवसर पर सहकारी समिति के राज्य रजिस्ट्रार एस.वी. रंगाराव, यूपी सहकारी बैंक के एमडी भूपेंद्र कुमार और अन्य उपस्थित थे।