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कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के कृषि, सहयोग एवं किसान कल्याण विभाग की केंद्रीय सहकारी समिति के पंजीयक ने आदर्श क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड, अहमदाबाद को बंद करने का आदेश पारित किया है।
पीआईबी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, “इस उद्देश्य के लिए एमएससीएस अधिनियम, 2002 (एवं उसके अंतर्गत निरुपित नियमों) के तहत एक लिक्विडैटर नियुक्त किया है।”
विज्ञप्ति में आगे कहा गया है, “ आदर्श क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड, दूसरा तल, 14 विद्या विहार कॉलोनी, होटल फॉर्चून लैंडमार्क, उस्मानपुरा, अहमदाबाद – 380013 , गुजरात को अपने सदस्यों/जमाकर्ताओं के धन का निजी लाभ के लिए दुरूपयोग करने, बड़े पैमाने पर अनियमितताएं करने और सहकारिता सिद्धांतों का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया”।
इससे पहले, ईडी ने आधिकारिक रूप से आदर्श क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी की 1,489 करोड़ रुपये की संपत्तियों को सार्वजनिक जमा से प्राप्त धनराशि के दुरुपयोग के लिए ले लिया था। संपत्ति में भूमि और भवन और आदर्श समूह की विभिन्न बैंक खातों में जमा/शेष राशि शामिल हैं।
राजस्थान आर्थिक अपराध ने पहले ही एक आरोप-पत्र दायर कर दिया है जिसमें मोदियों को लाखों असहाय निवेशकों को उनकी मेहनत से कमाए गए धन के दुरुपयोग, धोखाधड़ी और जालसाजी का दोषी पाया गया।
चार्जशीट चालीस हजार पन्नों की है। इसमें अब तक दर्जन भर से अधिक लोगों को आरोपी बनाया गया है (ज्यादातर किंगपिन-मुकेश मोदी से संबंधित हैं)।
जांचकर्ताओं ने जब्त किए गए कंप्यूटरों की प्रविष्टियों के साथ निवेशकों के बयानों के बीच लिंक पाया। उन्होंने कहा, ‘फंड के डायवर्जन के पर्याप्त सबूत हैं।‘
राजस्थान के सिरोही में शुरु होकर आदर्श क्रेडिट ने हरियाणा और गुजरात में शाखाएँ खोली तथा अहमदाबाद में मुख्यालय बनाया।सत्तर प्रतिशत से अधिक निवेशक राजस्थान के हैं।
आदर्श क्रेडिट के संस्थापक-अध्यक्ष श्री मुकेश और उनके परिवार के सदस्यों पर कथित तौर पर पोंजी स्कीम चलाने और कई फर्जी कंपनियों को चलाने का आरोप है, जिसमें उन्होंने 8400 करोड़ रुपये डायवर्ट किये।