इंडियन कॉपरेटिव नेटवर्क फॉर वूमेन की अध्यक्ष डॉ नंदिनी आजाद ने दिसंबर में कई दक्षिणी राज्यों की सहकारी समितियों का दौरा करने के बाद उन्होंने तेलंगाना के राज्यपाल और तमिलनाडु की पूर्व बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष डॉ तमिलसाई सुंदरराजन से मुलाकात की।
पिछले महीने डॉ आज़ाद ने चेन्नई, बेंगलुरु , हैदराबाद, मैसूर, चन्नपटना , डिंडीगुल में
डॉ आज़ाद ने राज्यपाल को आईसीएनडब्ल्यू द्वारा इन राज्यों में गरीब महिलाओं के उत्थान के लिए की गई गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने दक्षिण भारत में महिला सहकारी समितियों के विशाल नेटवर्क और तेलंगाना, आंध्र, कर्नाटक और तमिलनाडु में वर्तमान में चल रही उनकी गतिविधियों की भी जानकारी दी।
इस मौके पर उन्होंने डॉ जया अरुणाचलम की 88वीं जयंती के उपलक्ष्य में चेन्नई में फरवरी में आयोजित होने वाली एक वृहद बैठक में राज्यपाल को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया। आयोजन में 5000 से अधिक लोगों के भाग लेने की संभावना है।
अपने रोड शो में डॉ आज़ाद ने मदुरै से महाराष्ट्र और कर्नाटक की सीमा बीदर तक की महिला सहकारी समितियों को संबोधित किया, आईसीएनएफ की ओर से भेजे गये मेल के मुताबिक।
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की सफल गाथा के बारे में बात करते हुए, डॉ नंदिनी आजाद ने राज्यपाल को बताया कि डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की स्थापना 1981 में हुई थी, जब देश में बाढ़ से बहुत बरबादी हुई थी। आज यह भारत के दक्षिणी राज्यों की लाखों निम्न आय वाली महिलाओं को सहकारी मॉडल के बारे में जानने के साथ-साथ एक दूसरे का समर्थन करने और भारत में सामाजिक सुरक्षा की कमी की भरपाई करने में सक्षम है।
डबल्यूडबल्यूएफ़ द्वारा दिए गए ऋण महिलाओं को अपने ऋण को कवर करने और अपने उद्यमों को विकसित करने में सक्षम बनाते हैं।