इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, शिवाजीराव भोंसले सहकारी बैंक के पुणे मुख्यालय के अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।
वित्तीय वर्ष 2018-19 में बैंक के लेनदेन का ऑडिट करने वाले ऑडिटर की ओर से एफआईआर दर्ज की गई है। इस घोटाले में 71 करोड़ रुपये शामिल हैं। मामले के आरोपियों में राकांपा और भाजपा के नेता शामिल हैं।
इस बीच, आरबीआई ने बैंक के खिलाफ प्रतिबंध लगाए हैं।