एनसीसीई ने हाल ही में दिल्ली में अपने मुख्यालय में साइबर सुरक्षा और डिजिटल बैंकिंग विषय पर यूसीबी और क्रेडिट सोसाइटियों के निदेशकों के लिए तीन दिवसीय नेतृत्व विकास कार्यक्रम का आयोजन किया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शहरी सहकारी बैंकों की शीर्ष संस्था नेफकॉब भी भागीदार था।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में महाराष्ट्र, केरल, गुजरात, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और आंध्र प्रदेश से 34 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
साइबर सुरक्षा और डिजिटल बैंकिंग के बारे में निदेशकों को जागरूक करना कार्यक्रम का उद्देश्य था। कार्यक्रम में अधिकारियों को इलेक्ट्रॉनिक जानकारी की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपायों से परिचित कराया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए, एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी एन सत्य नारायण ने शहरी सहकारी बैंकों और क्रेडिट सोसायटी पर जानकारी साझा की।
को-ऑप बैंक अपने सदस्यों द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जाते हैं, जो बैंक की गतिविधियों से होने वाले जोखिम और मुनाफे दोनों के लिए जीम्मेदार और जवाबदेह होते हैं। बैंकिंग गतिविधियों में सदस्यों को तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
सहकारी बैंकों का व्यवसाय करने का तरीका अनूठा है जहां आम लोग सदस्य बनकर अपना शेयर खरीदते हैं ताकि ऋण समेत अन्य वित्तीय सेवाओं का लाभ उठा सके। सदस्य के ऋण से प्राप्त ब्याज को सहकारी बैंक नई परियोजनाओं और सेवाओं को लागू करने में इस्तेमाल करते हैं ताकि सदस्य लाभान्वित हो सके।
इस मौके पर डिजिटल बैंकिंग, कैशलेस लेनदेन, सहकारिता में ऑडिटिंग, साइबर सुरक्षा और शहरी सहकारी बैंकों पर जीएसटी, वसूली और चुनौतियों जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई।
सभी प्रतिभागियों को कार्यक्रम पूरा होने के बाद भागीदारी का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। प्रतिभागियों ने कार्यक्रम की सराहना की और वे सभी व्यवस्थाओं और इस नेतृत्व विकास कार्यक्रम के माध्यम से प्राप्त ज्ञान से संतुष्ट थे, एनसीसीई द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक।