बिहार को-ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन- बिस्कोमान बिहार में 22 से 24 फरवरी, 2020 तक तीन दिवसीय मेगा सहकारी सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। इसके लिए बिस्कोमान अध्यक्ष डॉ सुनील कुमार सिंह पिछले सप्ताह दिल्ली में सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित करने आये थे। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की और उन्हें इस मेगा सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। बाद में उन्होंने दिल्ली के साकेत स्थित इफको कार्यालय जाकर संस्था के एम डी डॉ यू एस अवस्थी को भी आमंत्रित किया।
इस बीच, उनके कई दोस्तों जैसे गोपाल गिरी और रमेश चौबे का कहना है कि मेगा सम्मेलन को सफल बनाने के लिए अध्यक्ष जी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। तीन दिवसीय सहकारी सम्मेलन को इस तरह डिजाइन किया गया है कि एक ओर सहकारिता से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा और दूसरी ओर अतिथियों को बिहार के पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा। उन्होंने कहा, “इस सम्मेलन का उद्देश्य बिहार को बेहतरीन तरीके से दर्शाना है।”
“बिहार के राज्यपाल, सहकारिता मंत्री राणा रणधीर सिंह और साथ ही कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार और देश भर से कई सहकरी नेता इस सम्मेलन में भाग लेंगे, सुनील ने “भारतीयसहकारिता” से कहा।
बिस्कोमान के अध्यक्ष का कहना है कि एनसीयूआई के अध्यक्ष डॉ चंद्र पाल सिंह, इफको के एमडी डॉ यू एस अवस्थी, नेफेड के चेयरमैन बिजेन्द्र सिंह, नैफ़्सकॉब के अध्यक्ष दिलीप संघानी ने अपनी उपस्थिति की पुष्टि की है। उन्होंने कहा, “सहकार भारती संरक्षक और नैफकब के अध्यक्ष ज्योतिंद्र मेहता भी आ रहे हैं”।
“बिहार की राजधानी पटना को सहकारी रंग में रंगा जाएगा। उन्होंने याद करते हुये कहा कि, चार वर्ष पहले बिस्कोमान द्वारा आयोजित कॉ-ऑप सम्मेलन में दिग्गज सहकारी नेताओं की चारों-ओर होर्डिंग्स लगाई गयी थी। इस आयोजन को “भारतीयसहकारिता” ने बड़े पैमाने पर कवर किया था।
देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले सहकारी नेताओं के अलावा, बिहार के लोग इस कार्यक्रम को अपने राज्य के लिए गर्व का विषय मान रहे हैं। बिस्कोमान के उपाध्यक्ष और सुनील के करीबी सहयोगी गिरि ने कहा, “वे इस आयोजन को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं”।
इस सम्मेलन का आयोजन पटना के मौर्य होटल में 22 फरवरी को अपराह्न राज्य के सहकारिता मंत्री राणा रणधीर सिंह द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया जाएगा। सम्मेलन के बाद विभिन्न सहकारी संस्थाओं की बैठकें होंगी।
बाद में शाम को अशोक दरबार हॉल में नैफ़्सकॉब बोर्ड की बैठक का उद्घाटन बिहार के राज्यपाल द्वारा किया जाएगा। दोनों मंत्री – राणा रणधीर सिंह और डॉ प्रेम कुमार भी देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले प्रख्यात सहकारी नेताओं का स्वागत करेंगे।
सुनील का कहना है कि अगला दिन 23 फरवरी एक बड़ा दिन होने वाला है क्योंकि आगले कार्यक्रम का आयोजन गांधी मैदान के पास नवनिर्मित बापू सभागर में होगा जिसमें 6000 से अधिक लोगों के बैठने की सुविधा है। सम्मेलन की मुख्य थीम – “कृषि और सहकारिता के माध्यम से किसानों की आय दोगुनी करना” है, कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी साझा करते हुए सुनील ने कहा।
अन्य राज्यों से आने वाले मेहमानों को सम्मेलन के बाद पटना शहर में सिक्ख धर्म के 10वें गुरु – गुरु गोविंद सिंह के जन्म स्थान का दौरा कराया जाएगा। अगले दिन, सुबह-सुबह ये मेहमान बिहार के पावापुरी, नालंदा, राजगीर और बोधगया जैसे पर्यटन स्थलों के लिए रवाना होंगे।
आयोजन की तैयारी में गहरी दिलचस्पी लेते हुए, बिस्कोमान के अध्यक्ष ने “बिहार सहकारी सम्मेलन 2020” नामक एक “व्हाट्सएप समूह” भी बनाया है। इस समूह में 200 से अधिक सहकरी नेताओं को जोड़ा गया है और वे कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत के सभी हिस्सों से हैं। इस व्हाट्सएप ग्रुप पर चौबीसों घंटे कार्यक्रम से संबंधित छोटे से छोटे विवरण को साझा किया जा रहे है।