बिहार सहकारी सम्मेलन के आयोजन में की गई वर्ल्ड क्लास व्यवस्था प्रतिभागियों के बीच चर्चा का विषय बन गया। इस सम्मेलन का उद्घाटन बिहार के मुख्यमंत्री द्वारा किया गया और इसकी अध्यक्षता एनसीयूआई के अध्यक्ष ने की। प्रतिभागियों का कहना था कि इस सम्मेलन को एक ऐतिहासिक इंवेट के रूप में याद किया जाएगा।
बिस्कोमान के चेयरमैन डॉ सुनील सिंह के नेतृत्व में टीम ने सुनिश्चित किया कि हर मेहमान का अच्छी तरह से ध्यान रखा जाये। राज्य के बाहर से आये सहकारी नेताओं को पटना हवाई अड्डे पर बिस्कोमॉन के अधिकारियों ने रिसीव किया।
सहकारी नेता होटलों में की गई व्यवस्था से काफी उत्साहित थे। 23 फरवरी की शाम सहकारी नेताओं के लिए बिस्कोमान भवन में सहकारी डिनर का आयोजन किया गया। यह रेस्तरां हाल ही में खोला गया है जो खाने के मामले में मौर्य को भी मात देता है। “भारतीयसहकारिता टीम ने देखा कि अन्य सहकारी नेताओं के अलावा नैफकब के अध्यक्ष ज्योतिंद्र मेहता भी गुजरात के समूह के साथ भोजन का भरपूर आनंद उठा रहे थे।
इस अवसर पर अतिथियों को सम्मानित भी किया गया। साथ ही बिस्कोमॉन ने सहकारी नेताओं को कई ऐसे उपहार दिये जिन पर प्रतिनिधियों का नाम लिखा था। “हम लोग इतना स्नेहशील व्यवस्था देखकर अभिभूत है”, कई सहकारी नेता ने कहा।
इस बीच एक प्रतिभागि ने कहा कि ऐसा अनुभव इफ्को द्वारा गुजरात के कलोल में आयोजित स्वर्ण जयंती समारोह में हुया था जहां इफको के एम डी डॉ यू एस अवस्थी ने खुद लगकर उत्तम व्यवस्था की थी।
22 और 23 फरवरी की शाम प्रतिष्ठित बिस्कोमान टॉवर की छत पर बैठे मेहमानों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुफ्त उठाया। इस मौके पर कलाकारों ने एक के बाद एक प्रसुतित पेश की साथ ही लोक-नृत्य भी प्रस्तुत किया।
“मैंने राष्ट्रीय के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों में भी भाग लिया है परंतु कभी भी ऐसा कार्यक्रम नहीं देखा है”, एक प्रतिभागी ने अपना अनुभव साझा किया।
हर एक गतिविधि में कृषि मंत्री प्रेम कुमार और सहकारिता मंत्री राणा रणधीर सिंह लगातार उपस्थित रहे। इससे अभिभूत होकर महाराष्ट्र से आये एक सहकारी नेता ने कहा कि दोनों मंत्री ऐसे मौजूद थे जैसे कि यह उनका अपना कार्यक्रम हो। “हमारे राज्य में मंत्री मुख्य समारोह में भाग तो लेते हैं लेकिन बाद में उनका पता नहीं चलता।
मेहमानों की देखभाल और व्यवस्था को देखकर सहकारी नेता काफी प्रसन्न थे। सुनील कुमार सिंह ने बिस्कोमान के बोर्ड के सदस्य और राज्य के सहकारिता मंत्री के छोटे भाई राणा रंजीत सिंह को इस सफल आयोजन के लिए श्रेय दिया।
बाद में, सिंह ने कृभको चेयरमैन से अनुरोध किया कि रंजीत को कृभको बोर्ड में बिस्कोमान के उम्मीदवार के रूप में स्वीकार किया जाये। सुनील ने युवा सहकारी नेता की सराहना करते हुये कहा कि “राणा रंजीत समम्मेलन के ठीक तरह से संचालन के लिए आधी-आधी रात को मुझे फोन किया करते थे।