भाजपा के दिल्ली कोऑपरेटिव सेल के सह-संयोजक और दिल्ली स्थित माधव को-ऑपरेटिव अर्बन थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट सोसाइटी के अध्यक्ष– सतीश गर्ग ने क्रेडिट को-ऑप्स के लिए पर्सनल लोन की सीमा को 2 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक बढ़ाने की मांग की है।
भारतीय सहकारिता से बातचीत में गर्ग ने कहा, “पर्सनल लोन की सीम को बढ़ाया जाना चाहिए क्योंकि दूसरे बैकों द्वारा दिए गए भारी ऋण की पेशकश से हमारे ग्राहक टूट जाते हैं।”
इसके लिये दिल्ली कॉपरेटिव सोसायटी अधिनियम में संशोधन की तत्काल आवश्यकता है। पर्सनल लोन को 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये और संपत्ति के बदले ऋण को 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये किया जाना चाहिए”, गर्ग ने मांग की।
अपनी समिति के बारे में बात करते हुए गर्ग ने कहा, “हमारी समिति दिल्ली में सर्वश्रेष्ठ 10 बचत और क्रेडिट समितियों की सूची में है। मेरे पिता स्वर्गीय लाल घनश्याम दास के नेतृत्व में 2001 में समिति को पंजीकृत कराया गया था”।
“समिति से 8,000 से अधिक सदस्य जुड़े हैं और पिछले वित्त वर्ष यानी 2018-19 में इसने 25 लाख रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया। हमारी समिति निफ्ट, आरटीजीएस आदि सभी सुविधाओं से लैस है और जल्द ही मोबाइल बैंकिंग की सुविधा शुरू की जायेगी”, उन्होंने रेखांकित किया।
“हमारा उद्देश्य लाभ कमाना नहीं है बल्कि समाज के अंतिम व्यक्ति की सेवा करना है। “हम बहुत से गरीब परिवारों की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं, खासकर उन लोगों की, जिन्हें पहले बड़े साहूकारों से कर्ज लेने के लिए मजबूर किया जाता था, जो भारी ब्याज दर वसूला करते थे। हमारी ब्याज दर बहुत ही उचित है”, सोसायटी के अध्यक्ष ने इस संवाददाता को सूचित किया।
“हमारी समिति की ऋण-वसूली भी अच्छी है और केवल 1.35 करोड़ रुपये की राशि उधारकर्ताओं के पास बकाया है। 8 से अधिक कर्मचारी समिति की विभिन्न शाखाओं में काम कर रहे हैं”, उन्होंने कहा।
पाठकों को ज्ञात होगा कि दिल्ली में लगभग 52,000 थ्रिफ्ट और क्रेडिट सोसाइटी हैं। औसतन 50 लाख लोग किसी न किसी तरह से इन सहकारी समितियों से जुड़े हुये हैं।