नई दिल्ली से प्रकाशित “स्मार्ट एग्री-पोस्ट” पत्रिका के सहयोग से, प्रतिष्ठित सहकारी प्रशिक्षण संस्थान ‘वामनीकॉम’ ने हाल ही में पुणे में “इनवेस्टिंग इन सॉइल हेल्थ फॉर फूड सिक्योरिटी” पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया।
इस सम्मेलन में भारत सरकार के उर्वरक विभाग के सचिव छबीलेंद्र राउल मुख्य अतिथि थे। राउल ने अपने भाषण में कहा कि देश में कृषि में सुधार सुनिश्चित करने के लिए सरकार, हितधारकों, सहकारी समितियों और किसानों को मिलकर काम करना होगा।
सचिव ने एक छत के नीचे सभी हितधारकों, सरकारी अधिकारियों, किसानों, सहकारी समितियों को लाने के लिए वामनीकॉम’ द्वारा उठाए गए कदम की सराहना की। उन्होंने अन्य क्षेत्रों के लिए इस तरह की पहल के महत्व को भी रेखांकित किया।
समारोह में सरकार के कई शीर्ष अधिकारियों और सहकारी समितियों ने भाग लिया।
बड़ी संख्या में एफपीओ, प्रगतिशील किसानों, उर्वरक कंपनियों, शिक्षाविदों और छात्रों ने भी भाग लिया। इस मौके पर नेफेड, इफको, राष्ट्रीय केमिकल फर्टिलाइजर (आरसीएफ) और अन्य ने स्टॉलों के माध्यम से अपने उत्पादों को प्रदर्शित किया।
कार्यक्रम के दौरान “मृदा स्वास्थ्य और पोषक प्रबंधन में अद्यतन नवाचार”, “स्मार्ट एकीकृत पोषक प्रबंधन”, “मिट्टी पोषक प्रबंधन के स्मार्ट उपयोग में सहकारी समितियों और एफपीओ की भूमिका, आदि जैसे विषयों पर चर्चा हुईं।
चर्चा के दौरान, किसानों और विशेषज्ञों के बीच बहुत सार्थक बातचीत हुई। केंद्रीय बजट 2020 पर “स्मार्ट एग्री पोस्ट” पत्रिका ने कृषि को बढ़ावा देने के लिए 16-सूत्रीय कार्य योजना जारी की।
वामनीकॉम के निदेशक डॉ के के त्रिपाठी और पत्रिका के संपादक प्रभाष प्रधान ने कृषि क्षेत्र पर इस राष्ट्रीय कार्यशाला के संचालन की पहल की थी।