फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, नाबार्ड ने देश में कृषि और अन्य आर्थिक गतिविधियों में ऋण प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए अब तक ग्रामीण बैंकिंग प्रणाली में चालू वर्ष में 1.46 लाख करोड़ रुपये दिये हैं।
बैंक का कहना है कि उसने अल्पकालिक पुनर्वित्त के रूप में सहकारी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को 87,069 करोड़ रुपये जबकि बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों को 59,502 करोड़ रुपये का दीर्घकालिक पुनर्वित्त दिया गया था।
सूत्रों का कहना है कि नाबार्ड द्वारा इतने अधिक धन के उपलब्ध कराने से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा मिलेगा।