उर्वरक सहकारी संस्था कृभको लगातार प्रयासरत है कि संकट की इस घड़ी में किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ें।
इस दिशा में कृभको के एमडी राजन चौधरी ने सोशल मीडिया के माध्यम से कई तस्वीरें साझा की, जिसमें कृभको के अधिकारी कट्टे उतारने में लगे श्रमिकों के बीच सैनिटाइजर, साबुन, दस्ताने, फेस मास्क व अन्य सुरक्षा उपकरण वितरित कर रहे हैं।
एमडी ने अपने ट्वीट में लिखा, “कृभको कर्मचारी मास्क और सैनिटाइजर बांटने के साथ-साथ मजदूरों के बीच सामाजिक दूरी बनाए रखने और व्यक्तिगत स्वच्छता के महत्व के बारे में समझा रहे हैं”।
दिलचस्प बात यह है कि कृभको की ओर से उर्वरक को किसानों के घर-घर पहुंचाया जा रहा है। यह दावा संस्था के विपणन निदेशक वीएस सिरोही के एक ट्वीट में किया गया। सिरोही ने ट्वीट किया, “कठिन समय में कृभको के अधिकारी मोबाइल वैन के माध्यम से तमिलनाडु के त्रिची जिले में सामाजिक दूरी का ध्यान में रखते हुये किसानों के घर-घर खाद पहुंचा रहा है।”
इसके अलावा, कृभको देश के कई केंद्रों के माध्यम से मास्क, सैनिटाइज़र और अन्य सुरक्षात्मक गियर वितरित करने में भी सक्रिय है।
भारतीय सहकारिता से बातचीत में संजय कुमार सिंह, एजीएम (पीआर) ने कहा, “बिलासपुर, छत्तीसगढ़ में कृभको के अधिकारियों ने रेक हैंडलिंग ऑपरेशन के दौरान श्रमिकों को सामाजिक दूरी और स्वच्छता के महत्व के बारे में अवगत कराया। हमने कोरोनोवायरस से लड़ने के लिए पीएम कार्स फंड में 2 करोड़ रुपये का योगदान भी दिया“, उन्होंने कहा।
संजय कुमार सिंह ने कृभको द्वारा जमीनी स्तर पर की जा रही गतिविधियों के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा, ”फर्टिलाइजर संस्था अपने कर्मियों को कोरोनावायरस से बचाने के लिए सभी सुरक्षा उपाय कर रहा है। हम यूरिया बैग की लोडिंग और अनलोडिंग में लगे मजदूरों को मास्क, सैनिटाइज़र प्रदान कर रहे हैं”।
“कृषि और रेलवे अधिकारी सुरक्षा उपायों को बनाए रखने में मदद कर रहे हैं। कृभको के अधिकारियों ने मजदूरों के बीच सामाजिक दूरी और व्यक्तिगत स्वच्छता के बारे में जागरूकता फैलाई”, उन्होंने कहा।
बाद में, सिंह ने जमीनी स्तर पर की जा रही गतिविधियों से जुड़ी तस्वीरें और विवरण व्हाट्सएप के माध्यम से भेजी। ऐसा ही एक संदेश है, “बिलासपुर (छत्तीसगढ़) में एक हजीरा यूरिया रेक। राकेश- एफआर और अन्य लोग रेक हैंडलिंग ऑपरेशन के दौरान सामाजिक दूरी और स्वच्छता के बारे में श्रमिकों के बीच जागरूकता पैदा कर रहे हैं।”
“तंजावुर जिले में तमिलनाडु कृषि विभाग के सहयोग से कृभको डीलर द्वारा मोबाइल उर्वरक वैन के माध्यम से बिक्री”, एक अन्य व्हाट्सएफ संदेश के मुताबिक।
इस बीच संस्था के विपणन निदेशक ने बताया कि 2019-2020 वित्त वर्ष में पी एंड के उर्वरकों के आयात में 24.8% की वृद्धि हुई है।
शीघ्र ही टीम की सराहना करते हुए, कृभको एमडी राजन चौधरी ने ट्वीट किया, “मैं 2019-20 में पीएंडके उर्वरकों के आयात में 24.8% वृद्धि के लिए कृभको के विपणन विभाग को बधाई देता हूं। कृभको 2019-2020 के दौरान एनपीके का सबसे बड़ा आयातक है और डीएपी का तीसरा सबसे बड़ा आयातक बना।”