
पीएम मोदी के ‘जान भी, जहान भी’ के संदेश को गंभीरता से लेते हुये, एनसीडीसी का अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र “लीनाक” ने बुधवार को वीडियो कॉन्फेसिंग के जरिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। एनसीडीसी ने एमडी सुदीप नायक ने इस खबर को साझा किया।
उन्होंने आगे कहा, “कोरोनोवायरस के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के बीच, एनसीडीसी का अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र “लीनाक” ने जूम ऐप के माध्यम से बुधवार को अधिकारियों के लिए दो सप्ताह के व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया”।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।
एनसीडीसी की मुख्य निदेशक वनिता आर ने बताया, “शिमला, भोपाल, गांधीनगर, पुणे, कोलकाता, बैंगलोर, भुवनेश्वर, त्रिवेंद्रम, नई दिल्ली और अन्य शहरों से 40 से अधिक प्रतिभागी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं।”
कार्यक्रम का मॉड्यूल दो सत्रों में बंटा गया है जिसमें को-ऑप प्रशिक्षण के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है।
इस बीच, एनसीडीसी के सोशल मीडिया हैंडल ने ट्वीट किया, “कोविद-19 द्वारा दी गई चुनौती का सामना करने के लिए माननीय पीएम की प्रेरणा के अनुसार, एनसीडीसी के लक्ष्मण राव इनामदार राष्ट्रीय अकादमी ने वीडियो-लर्निंग मोड के माध्यम से अधिकारियों के लिए 2 सप्ताह लंबे व्यावसायिक कार्यक्रम की शुरुआत की। लीनाक और एमआईएस टीमों और प्रतिभागियों को बधाई।”
वनिता आर ने ज़ूम के माध्यम से प्रशिक्षण से जुड़ी कुछ तस्वीरों को साझा भी किया है।
लीनाक के मुख्य निदेशक- बिक्रमजीत सिंह, सलाहकार-एस के टक्कर, अश्विनी कुमार– सलाहकार और अन्य अधिकारी प्रतिभागियों का समन्वयन और कोचिंग दे रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि इफको, नेफकॉब, एनसीयूआई और अन्य सहित कई सहकारी समितियां जूम और अन्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप का उपयोग करके अपनी बैठकों का आयोजन कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि भारतीय पोटाश के साथ एनसीडीसी ने पीएम केयर्स फंड में 11 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। किसानों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए ग्राउंड जीरो पर एनसीडीसी सक्रिय है।