गत बुधवार शाम को आयोजित आईसीए एपी के वेबिनार में सहकारी क्षेत्र से लगभग सभी शीर्ष सहकारी नेताओं ने भाग लिया, जिसमे नेताओं ने कोविड-19 के मद्देनजर उत्पन्न समस्याओं पर विस्तार से मंथन किया।
वेबिनार की अध्यक्षता आईसीए के अध्यक्ष एरियल गौरको ने की जबकि आईसीए एपी के क्षेत्रीय निदेशक बालू अय्यर ने संचालित किया। इस मौके पर आईसीए-एपी के अध्यक्ष ली चुनशेंग, एनसीयूआई के अध्यक्ष डॉ चंद्र पाल सिंह यादव, इफको के एमडी डॉ यूएस अवस्थी सहित दिग्गज सहकारी नेता उपस्थित थे।
इस अवसर पर बोलते हुए, एनसीयूआई के अध्यक्ष चंद्र पाल ने कहा, “भारत के सहकारी आंदोलन की ओर से, मैं दुनिया भर के सहकारी नेताओं की सुरक्षा और कल्याण की कामना करता हूँ। आज के सेमिनार में आईसीए और आईसीए-एपी के अध्यक्ष और एशिया प्रशांत क्षेत्र के अन्य वक्ताओं को सुनना वास्तव में हमारे लिए खुशी की बात है।”
“कोविद-19 ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों को बड़े पैमाने पर प्रभावित किया है और इसलिए, हर क्षेत्र और हर व्यक्ति को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में शामिल होना चाहिए”, यादव ने कहा जो आईसीए-एपी के उपाध्यक्ष भी हैं।
बाद में, एनसीयूआई अध्यक्ष ने एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी एन सत्यनारायण को कोविड-19 महामारी के संदर्भ में भारत के सहकारी आंदोलन की ओर से अपने विचार साझा करने को कहा।
एन सत्यनारायण ने बताया कि कैसे भारत के सहकारी नेता संकट की इस घड़ी में सरकार का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सहकारी नेताओं के साथ-साथ सहकारी समितियां भी कोरोना वायरस से “कैसे सुरक्षित रहें” विषय पर लोगों को जागरूक कर रही हैं।
इस मौके पर सत्यनारायण ने ‘ग्राउंड जीरो‘ पर इफको के ”कोरोना चैन को तोड़ो सोशल अवेयरनेस कैंपेन‘, केरल राज्य सरकार के लिए यूएलसीसीएस के संचार ऐप ”जीओके डायरेक्ट”, सहकारी बैंकों और चीनी सहकारी समितियों द्वारा प्रयुक्त सैनिटाइजेशन टनल, विटामिन-सी टैबलेट, मेडिकेटेड साबुन, मास्क, सैनिटाइजर, मेडिकल किट आदि के वितरण के बारे में उल्लेख किया।
इफको के एमडी डॉ यू एस अवस्थी ने कोरोनावायरस की श्रृंखला को तोड़ने के लिए इफको द्वारा की गई विभिन्न गतिविधियों का चित्रण करते हुए अपने भाषण की शुरुआत एक लघु फिल्म की प्रस्तुति के साथ की। अवस्थी ने कहा, “चूंकि इफको किसानों की संस्था है और भारत का मुख्य रूप से एक कृषि समाज है, इसलिए कोविड-19 जैसे बड़े संकट के समय में इफको की भूमिका बहुत महत्व रखती है।”
इफको एमडी ने इसे स्वास्थ्य और आर्थिक दोनों तरह की आपात स्थिति करार देते हुए कहा कि कोविड-19 ने हम सभी को किसी न किसी तरीके से प्रभावित किया है और इस प्रकार सभी को चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहने की जरूरत है।
अवस्थी ने बताया कि इफको ने गांवों, दूरदराज इलाकों में लोगों को शिक्षित करने के लिये एक बड़ा अभियान चलाया हुआ है। इसके अलावा उन्हें मास्क और सैनिटाइज़र भी दिया जा रहा है और अब तक लगभग 1.5 मिलियन मास्क वितरित किए हैं।
“इन प्रयासों के कारण ही इफको की ओर से कोविड-19 का एक भी मामला प्रकाश में नहीं आया है, जिसमें 40 मिलियन सदस्य और 11 से अधिक संयंत्रों जिसमें विदेश में स्थित संयंत्र भी शामिल हैं”, एमडी ने जोर दिया।
बड़े पैमाने पर आर्थिक पैकेज की घोषणा करने के लिए प्रधान मंत्री की सराहना करते हुए अवस्थी ने कहा कि चूंकि उर्वरक को एक आवश्यक वस्तु घोषित किया गया है, हमें आपूर्ति और अपने कामगारों की सुरक्षा दोनों सुनिश्चित करनी थी। उन्होंने कहा, “इस बीच, हमने सोशल डिस्टेंसिंग के मंत्र को बनाए रखने के लिए हमारे प्लांट में कई सेमी-औटोमैटिक इनोवेशन्स की कोशिश की।”
इफको एमडी ने यह कहकर अपना भाषण समाप्त किया कि लोगों और पैसे के बीच, इफको ने हमेशा लोगों को महत्व दिया है और यह कोविड के संकट के समय में भी इसने अपने मूल्य को बनाए रखा।