केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ‘सहकार मित्र: इंटर्नशिप कार्यक्रम पर योजना (सिप)’ का शुभारंभ किया।
इस योजना की शुरुआत करते हुए श्री तोमर ने कहा कि अद्वितीय सहकारी क्षेत्र विकास वित्त संगठन ‘राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी)’ ने क्षमता विकास, युवाओं को सवेतन इंटर्नशिप और स्टार्ट-अप मोड में युवा सहकारी कार्यकर्ताओं को उदार शर्तों पर सुनिश्चित परियोजना ऋणों के माध्यम से सहकारी क्षेत्र संबंधी उद्यमिता विकास परिवेश में अनेक पहल की हैं।
यह उम्मीद की जा रही है कि सहकार मित्र योजना सहकारी संस्थाओं को युवा प्रोफेशनलों के नए और अभिनव विचारों तक पहुंचने में मदद करेगी, जबकि इंटर्न को क्षेत्र यानी फील्ड में काम करने का अनुभव प्राप्त होगा जो उन्हें आत्मनिर्भर होने का विश्वास दिलाएगा। इसके सहकारी समितियों के साथ-साथ युवा प्रोफेशनलों के लिए भी लाभप्रद साबित होने की उम्मीद है, एनसीडीसी की एक प्रेस विज्ञप्ति में दावा किया गया है।
इस योजना के तहत कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों और आईटी जैसे विषयों के प्रोफेशनल स्नातक ‘इंटर्नशिप’ के लिए पात्र होंगे। कृषि-व्यवसाय, सहयोग, वित्त, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, वानिकी, ग्रामीण विकास, परियोजना प्रबंधन, इत्यादि में एमबीए की डिग्री के लिए पढ़ाई कर रहे या अपनी पढ़ाई पूरी कर चुके प्रोफेशनल भी इसके लिए पात्र होंगे।
एनसीडीसी ने सहकार मित्र सवेतन इंटर्नशिप कार्यक्रम के लिए धनराशि अलग से आवंटित कर दी है जिसके तहत प्रत्येक इंटर्न को 4 माह की इंटर्नशिप अवधि के दौरान वित्तीय सहायता मिलेगी। एनसीडीसी की वेबसाइट पर उपलब्ध इंटर्नशिप आवेदन के लिए ऑनलाइन आवेदन पोर्टल भी केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री द्वारा लॉन्च किया गया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने के आह्वान, जिसमें स्वदेशी उत्पादों का गर्व से प्रचार करने पर विशेष जोर दिया गया है, को ध्यान में रखते हुए सहकार मित्र योजना का शुभारंभ किया गया है, एनसीडीसी के एक अधिकारी ने बताया।
केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि एनसीडीसी सहकारी क्षेत्र के लिए अभिनव समाधान प्रदान करने में अत्यंत सक्रिय रहा है। एनसीडीसी की अनेक पहलों की श्रृंखला में ‘सहकार मित्र: इंटर्नशिप कार्यक्रम पर योजना (सिप)’ नामक नई स्कीम से युवा प्रोफेशनलों को सवेतन इंटर्न के रूप में एनसीडीसी और सहकारी समितियों के कामकाज से व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने एवं सीखने का अवसर मिलेगा।
एनसीडीसी ने स्टार्ट-अप सहकारी उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए एक पूरक योजना भी शुरू की है।
‘सहकार मित्र’ योजना इसके साथ ही अकादमिक संस्थानों के प्रोफेशनलों को किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के रूप में सहकारी समितियों के माध्यम से नेतृत्व और उद्यमशीलता की भूमिकाओं को विकसित करने का भी अवसर प्रदान करेगी।