महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के अलीबाग स्थित “कमल नगरी सहकारी पटसंस्था’ ने वित्त वर्ष 2019-2020 में सभी क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया है और मार्च 2020 के अंत तक संस्था ने 338 करोड़ रुपये का कारोबार हासिल किया। संस्था 2022 तक 500 करोड़ रुपये का कारोबार हासिल करने के अपने लक्ष्य के बेहद करीब है।
चालू वित्त वर्ष में, सोसाइटी ने जमा, ऋण और अग्रिम एवं ऑउन फंड को बढ़ाने में सफलता हासिल की है लेकिन 2019-2020 वित्त वर्ष में संस्था का शुद्ध लाभ घटा है।
“भारतीयसहकारिता” से बात करते हुए सोसाइटी के संस्थापक अध्यक्ष गिरीश तुलपुले ने कहा, “हमारी सोसाइटी के व्यापार पर कोविद-19 का कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा है। यहां तक कि ग्राहकों ने हमारी सोसाइटी में 1 अप्रैल 2020 से लेकर 30 जून 2020 के बीच 4 करोड़ रुपये से अधिक जमा किए हैं। ग्राहकों को लुभाने के लिए हमने कर्ज पर ब्याज दर में कटौती की है”, उन्होंने कहा।
सोसाइटी का डिपॉजिट 180 करोड़ रुपये से बढ़कर 196 करोड़ रुपये हो गया और ऋण और अग्रिम 125 करोड़ रुपये से बढ़कर 141 करोड़ रुपये हो गई। वर्तमान में, बैंक का लगभग 338 करोड़ रुपये का व्यवसायिक मिश्रण है।
इसके अलावा, सोसाइटी ने 2.19 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है। इससे पहले 3.05 करोड़ रुपये कमाया था। उन्होंने कहा, “निवेश पर ब्याज दर में कटौती के कारण सोसाइटी अधिक मुनाफा कमाने में नाकाम रही है, लेकिन हमें उम्मीद है कि अगले वित्त वर्ष वर्ष तक हम अधिक लाभ कमाने में सक्षम होंगे।”
वित्त वर्ष 2019-20 में इसका शुद्ध एनपीए 1.1% से गिरकर 0% हो गया।
सोसाइटी अग्रिमों पर ब्याज दरों को कम करके अधिक से अधिक ग्राहकों को आकर्षित करने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। “हम अग्रिमों पर ब्याज की दर को कम करने की प्रक्रिया में हैं। जिससे हम अधिक से अधिक ग्राहकों को जोड़ सकते हैं क्योंकि लाभ कमाना हमारा उद्देश्य नहीं है, बल्कि लाभार्थियों को अच्छी सेवाएं प्रदान करना है”, तुलपूले ने रेखांकित किया।
वर्तमान में, रायगढ़ जिले में सोसाइटी की 13 शाखाएँ हैं।
कोविड-19 महामारी के मद्देनजर, सरकार की मदद करने की दिशा में सोसाइटी ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 2.19 लाख रुपये का योगदान दिया था।
इस सोसाइटी की स्थापना 4 अप्रैल, 1992 को लगभग 300 सदस्यों के साथ और 30,000 रुपये की जमा राशि के साथ की गई थी।क्रेडिट सोसाइटी का उद्घाटन महाराष्ट्र विधानसभा के तत्कालीन स्पीकर एन एस फरांडे ने किया था।
इस सोसाइटी से 8500 से अधिक सदस्य जुड़े हैं।