गुजरात स्थित बहु-राज्य अनुसूचित बैंक – “मेहसाना अर्बन कोऑपरेटिव बैंक” वित्त वर्ष 2019-20 के अंत तक 9,500 करोड़ रुपये के कुल कारोबार को पार करने में सफल रहा।
वित्तीय वर्ष 2018-19 की तुलना में बैंक ने 2019-20 में सभी क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया है। केवल सकल लाभ में थोड़ी सी कमी आयी है।
‘भारतीयसहकारिता’ के साथ बैंक द्वारा साझा किए गए 2019-20 वित्तीय वर्ष के अघोषित आंकड़ों के अनुसार “बैंक का कुल जमा 5359 करोड़ रुपये से बढ़कर 5734 करोड़ रुपये हो गया है और 6.99% की वृद्धि दर्ज की गई है जबकि अग्रिम 3667 करोड़ रुपये से बढ़कर 7.46 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए 3946 करोड़ रुपये हो गया है।
बैंक का कुल कारोबार 9,026 करोड़ से बढ़कर 9,680 करोड़ रुपये हो गया और 156 करोड़ रुपये का सकल लाभ हुआ है जो पहले 157 करोड़ रुपये था। रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंक का शुद्ध लाभ 9.41 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 73.34 करोड़ रुपये है जो पहले 67.03 करोड़ रूपये था।
इसके अलावा, शेयर पूंजी 284 करोड़ रुपये से बढ़कर 304 करोड़ रुपये हो गई है और वित्त वर्ष 2019-20 में रिजर्व और अन्य फंड 381 करोड़ रुपये से बढ़कर 418 करोड़ रुपये हो गए हैं।
वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान, बैंक ने आरएस को-ऑप बैंक लि. मुंबई की 5 शाखाओं का सफल विलय किया है। अब बैंक की महाराष्ट्र और गुजरात में कुल 58 शाखाएँ हैं।
बैंक की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सभी 58 शाखाओं में कोर बैंकिंग सुविधा, 10 शाखाओं में स्टांप फ्रेंकिंग सुविधा, 28 शाखाओं में लॉकर सुविधाएं, बैंक गारंटी और एलसी जारी करने की सुविधा और बचत/चालू खातधारकों के साथ-साथ सदस्यों के लिए नि:शुल्क 5/- लाख रुपए का व्यक्तिगत दुर्घटना दावा की सुविधा है। इसकी स्थापना के 37 साल से यह लाभ कमाने वाला बैंक है।
बैंक कोविड-19 के दौरान भी सक्रिय था और आवश्यक वस्तुओं के साथ जरूरतमंदों की मदद की थी। बैंक ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 58 लाख 50 हजार रुपये भी दिए। इससे पहले, मेहसाना यूसीबी के एक समारोह में गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने “आत्मनिर्भर गुजरात सहाय योजना” के तहत लाभार्थियों को चेक वितरित किए।
बैंक की स्थापना 23 अक्टूबर 1983 को हुई थी।