शामलभाई पटेल और वालमजी आर हुमबल को गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन फेडरेशन (जीसीएमएमएफ) के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना गया है। चुनाव गुरुवार को आनंद स्थित संस्था के मुख्यालय में आयोजित किया गया था। बता दें कि जीसीएमएमएफ अपने उत्पाद अमूल ब्रांड नाम के तहत बेचता है।
पटेल और हुमबल ने क्रमशः रामसिंह परमार और जेठा भारवाड़ का स्थान लिया। जीसीएमएमएफ़ के दुग्ध संघ का एक सदस्य – पटेल “साबरकांठा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड” ( साबर डेयरी) का प्रतिनिधित्व करते हैं और हुमबल “कच्छ जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड” के अध्यक्ष हैं।
जानकारी के मुताबिक, नवनिर्वाचित अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भाजपा से तालुक रखते हैं। जीसीएमएमएफ़ बोर्ड के लगभग सभी निदेशक भी भाजपा से ही हैं। बताया जा रहा है कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जीसीएमएमएफ़ के चुनाव में विशेष रुचि दिखाई और उनके (पटेल और हुमबल) नाम पर मुहर हाल ही में आयोजित राज्य भाजपा पार्टी की एक बैठक में लगाई गई।
पाठको को याद होगा कि जीसीएमएमएफ के लिए चुनाव जनवरी 2018 में पांच साल के लिए हुआ था। जीसीएमएमएफ़ के उपनियमों में कहा गया है कि अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को मध्य-काल अर्थात् 2.5 वर्ष के बाद बदला जाएगा। इस प्रकार, अध्यक्ष- रामसिंह परमार और उपाध्यक्ष- जेठा भारवाड़ ने नई टीम के लिए मार्ग प्रशस्त किया। नई टीम के नामों की घोषणा चुनाव अधिकारी भाजपा नेता आई के जडेजा ने की।
जब “भारतीयसहकारिता” ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष को फोन किया तो उनके भतीजे ने फोन उठाया। किसी तरह टेली सिग्नल में गड़बड़ी के कारण हम उनसे बात नहीं कर सके, लेकिन उनके कनिष्ठ और नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष हुमबल ने कहा, “यह हमारे कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी है जिसे लोग जीसीएमएमएफ से अपेक्षा करते हैं”।
हुमबल, जो बातचीत में बिलकुल विनम्र लग रहे थे, ने कहा, “हम इस अवसर का उपयोग अपने डेयरी किसानों की मदद करने के लिए करेंगे क्योंकि हम यह देखना चाहते हैं कि उन्हें दी जाने वाली दर को कैसे बढ़ा सकते हैं”।
“मैं कच्छ डेयरी का हूँ, जिसके पास भुज में भारत का पहला कैमल मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट है। मैं किसानों के उत्थान के लिए काम कर रहा हूँ और पिछले तीस वर्षों से सहकारिता आंदोलन से जुड़ा हुआ हूँ। नए असाइनमेंट ने मेरे सामने नई चुनौतियां भी ला दी हैं”, हुमबल ने ज़ोर देकर कहा।
भाजपा जिला महासचिव होने के नाते हुमबल कच्छ के कई सहकारी संस्थानो से जुड़े रहे हैं।
बता दें कि जीसीएमएमएफ़ एक अद्वितीय चुनाव पैटर्न का अनुसरण करता है। सैद्धांतिक रूप से, गुजरात के प्रत्येक दुग्ध संघ के प्रमुख, जो जीसीएमएमएफ़ के सदस्य हैं, इसके अध्यक्ष का चुनाव करते हैं। गुजरात के कुल 18 दुग्ध संघ इस महासंघ के सदस्य हैं।