बदलते परिदृश्य में एक प्रशिक्षण संस्थान के रूप में अपनी प्रासंगिकता को बनाए रखने की दिशा में, एनसीयूआई की शिक्षा विंग “नेशनल सेंटर फॉर कोऑपरेटिव एजुकेशन” (एनसीसीई) ने वित्तीय लेखांकन और कराधान पर 4 सप्ताह का सर्टिफिकेट कोर्स का शुभरांभ किया।
एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि एनसीसीई ने कराधान कानूनों और विनियमों के साथ सहकारी क्षेत्र के कर्मचारियों को परिचित करने के उद्देश्य से पाठ्यक्रम तैयार किया है।
सहकारी क्षेत्र के बदलते समय और आवश्यकताओं के साथ, केंद्र लगातार सहकारी कार्यक्रमों को जरूरत से ज्यादा पेशेवर और प्रासंगिक बनाने के लिए आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण कार्यक्रम को तैयार करता है।
शैक्षणिक वर्ष 2020-21 से शुरू करते हुए, एनसीसीई ने अपने प्रशिक्षण कैलेंडर में कई ऐसे पाठ्यक्रमों की शुरुआत की है। ऐसा ही एक कार्यक्रम “वित्तीय लेखा और कराधान” पर 4-सप्ताह का सर्टिफिकेट कोर्स है।
हालांकि, हमारे देश में कोविड-19 महामारी के कारण 24 मार्च 2020 के बाद से लॉकडाउन लगा था इसलिए एनसीसीई ने कई प्रासंगिक विषयों पर ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम और वेबिनार आयोजित किये।
देश भर से सहकारी लोगों ने उत्साह से ऑनलाइन कार्यक्रम में भाग लिया और उन्हें बहुत प्रभावी पाया। इसलिए, एनसीसीई ने 11 जून से 10 जुलाई, 2020 तक के इस कार्यक्रम को ऑनलाइन लॉन्च किया, जिसमें भारत के विभिन्न राज्यों के 68 और नेपाल के 5 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
वे अपनी-अपनी समिति के लेखा/वित्त और कराधान विभागों में काम कर रहे हैं। भगत फूल सिंह महिला विश्वविदयालय, सोनीपत के कुछ प्रबंधन के छात्र भी लॉकडाउन अवधि का उपयोग करने के लिए इस पाठ्यक्रम में शामिल हुए। इस कोर्स में प्रतिभागियों को खातों और वित्तीय विवरणों (मैनुअल और इलेक्ट्रॉनिक) की खाता-बही तैयार करना सिखाया गया, जो प्रचलित कर कानूनों, जैसे – पंजीकरण, करों का भुगतान, विभिन्न वैधानिक और विनियामक रिटर्न दाखिल करना आदि का अनुपालन सुनिश्चित करता है।
पाठ्यक्रम में सहकारी विचारधारा और प्रबंधन की बुनियादी अवधारणाओं को भी शामिल किया गया, जिससे प्रतिभागियों को सहकारी समितियों के कामकाज को समझने में मदद मिले।
कार्यक्रम ‘सिस्को’ वेबेक्स प्लेटफॉर्म पर आयोजित किया गया था। व्याख्यान, चर्चा, प्रश्नोत्तर, छोटे अभ्यास, दैनिक कार्य, आदि के रूप में 2 घंटे के दैनिक-सत्र (सोमवार से शुक्रवार) सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक आयोजित किए गए थे। पठन सामग्री और असाइनमेंट की सॉफ्ट प्रतियां नियमित रूप से प्रतिभागियों के साथ साझा की गई थीं । पाठ्यक्रम के अंत में एक ऑनलाइन परीक्षा ली गई जिसके बाद सफल प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।
पाठ्यक्रम का समन्वयन श्रीमती संध्या कपूर, उप-निदेशक, एनसीसीई ने किया और मुख्य संकाय अनुराग डांग, सहायक निदेशक (वित्त), एनसीयूआई थे, जो एक चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं।
उल्लेखनीय है कि दुनिया के सामने मौजूद संकट के दौरान एनसीसीई प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संचालन कर अन्य सहकारी समितियों को रास्ता दिखा रहा है। सहकारी समितियों के विभिन्न क्षेत्रों के लिए लगभग 28 ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम, लेखा और कराधान में 1-महीने का सर्टिफिकेट कोर्स सहित किया गया है, प्रेस विज्ञप्ति में लिखित।
विज्ञप्ति में कहा गया है, “ये कार्यक्रम 2 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म अर्थात् सिस्को वीबेक्स और ज़ूम पर आयोजित किए जा रहे हैं। कार्यक्रमों को xxxx नियमित रूप से बदला भी जा रहा है ताकि प्रतिभागी विषय वस्तु को अच्छी तरह से समझ सकें। इन ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आउटरीच भी बेहतर है जो इस तथ्य से साबित होता है कि अप्रैल, 2020 से अब तक 1500 से अधिक प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।”
एनसीयूआई के सीई एन सत्यनारायण ने कहा कि कोविड-19 ने भारत को “डिजिटल इंडिया” में रूपांतरित कर दिया और हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि एनसीसीई ने सहकारी शिक्षा को डिजिटल बनाने में योगदान दिया है।