हंस इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु स्थित भारत की पहली उपभोक्ता सहकारी- त्रिप्लीकेन शहरी सहकारी समिति (टीयूसीएस), फंड की कमी से जूझ रही है, जिसने 1990 में काम शुरू किया था।
राज्य सरकार का बकाया 30 करोड़ रुपये है। सोसाइटी ने लॉकडाउन अवधि के दौरान अम्मा कैंटीन को सब्जियों, किराने का सामान और रसोई गैस सिलेंडर की आपूर्ति की थी।
ऐसा कहा जाता है कि वित्तीय स्थिति काफी खराब होने के मद्देनजर कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है।