एक मीडिया हाउस द्वारा हाल ही में आयोजित एक वेबिनार को संबोधित करते हुए, पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सदस्य सुरेश प्रभु ने सहकारी विकास मंच (सीडीएफ) की स्थापना के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि सीडीएफ के गठन से न केवल सहकारी समितियों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
इस वेबिनार में नेफकॉब के चेयरमैन ज्योतिंद्र मेहता, आरबीआई के सेंट्रल बोर्ड के डायरेक्टर सतीश मराठे, पुणे पीपुल्स कोऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन सीए जनार्दन रैंडीव और अन्य लोग शामिल थे।
संभावना हैं कि सीडीएफ की अध्यक्षता सुरेश प्रभु करेंगे। इफको के एमडी डॉ यूएस अवस्थी, एनसीयूआई के अध्यक्ष डॉ चंद्र पाल सिंह यादव, नैफ्सकॉब के चेयरमैन दिलीप संघानी, नेशनल कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष मंगल जीत राय, आरबीआई के सेंट्रल बोर्ड के डायरेक्टर सतीश मराठे और नैफकब के चेयरमैन ज्योतिंद्र मेहता इसके सदस्य और सहकार भारती के राष्ट्रीय महासचिव उदय जोशी इसके सदस्य-सचिव होंगे।
आधिकारिक तौर पर सीडीएफ़ की घोषणा की जाना बाकी है।