प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी, यूपी के महाविद्यालय और भवनों का उद्घाटन किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि “आत्मनिर्भर भारत अभियान” में कृषि की प्रमुख भूमिका है। उन्होंने कहा कि क्लस्टर आधारित दृष्टिकोण में बेहतर सुविधाएं प्रदान करने और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए 1 लाख करोड़ रुपये का एक विशेष समर्पित कोष स्थापित किया गया है।
रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय का काम वर्ष 2014 में शुरू हुआ था और अब इसमें तीन संबद्ध कॉलेज हैं। 22 राज्यों के छात्र यहाँ पढ़ रहे हैं। नरेंद्र सिंह तोमर ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र में जैविक खेती की असीमित संभावना है, जिसके लिए केंद्र सरकार और यूपी सरकार मिलकर काम कर रही हैं।
मोदी ने कहा कि 6 साल पहले सिर्फ एक केंद्रीय विश्वविद्यालय की तुलना में अब देश में तीन केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय हैं। इसके अलावा, तीन और राष्ट्रीय संस्थानों – आईएआरआई, झारखंड; आईएआरआई, असम और बिहार के मोतिहारी में महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट फॉर इंटीग्रेटेड फार्मिंग – की भी स्थापना की जा रही है।