हिमाचल प्रदेश स्थित कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के चुनाव के लिए दाखिल नामांकन-पत्रों की जांच और नाम वापसी के बाद अंतिम सूची बुधवार शाम जारी की गई। सूची के मुताबिक, 14 सीटों के लिए 51 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिनमें से अधिकांश भाजपा से जुड़े हैं।
सूची से स्पष्ट है कि बैंक के बोर्ड में निर्वाचित निदेशकों के 16 पदों में से 14 सीटों पर लड़ाई गंभीर होगी। इस बीच, कीलोंग सीट से चंपा छेरिंग और अंब सीट से प्रीतम सिंह निर्विरोध चुने गए हैं, क्योंकि उनके विरुद्ध कोई प्रत्यासी नहीं खड़ा है।
मुख्य मुकाबला बैजनाथ सीट पर है जहाँ से नौ उम्मीदवार खड़े हैं। चुनावी दंगल में शामिल होने वाले कई हाई-प्रोफाइल नेताओं में पूर्व कांग्रेस विधायक (हमीरपुर) कुलदीप सिंह पठानिया, कांगड़ा जिला भाजपा सचिव कुलबाश चंद, भाजपा नेता ठाकुर आत्म प्रकाश और अन्य शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि निवर्तमान अध्यक्ष डॉ राजीव भारद्वाज चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। ऐसी अटकलें हैं कि वह सरकार के उम्मीदवार के रूप में बोर्ड में शामिल होंगे और वहीं से शीर्ष पद पर कब्जा कर सकते हैं।
इसके अलावा, कांग्रेस से जुड़े पूर्व अध्यक्ष जगदीश सपेहिया ने भी कांगड़ा जिले के भवारना शहर से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। निवर्तमान निर्देशक रंजीत राणा सपेहिया के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं और वे सपेहिया को आराम से हराने का दावा करते हैं।
“भारतीयसहकारिता” से बात करते हुए, सपेहीया ने वर्तमान बोर्ड पर नियमों का उल्लंघन करने और बैंक को हानि पहुंचाने का आरोप लगाया है। “मुझे यकीन है कि मैं चुनाव जीतूंगा क्योंकि मतदाता मेरा समर्थन कर रहे हैं। वर्तमान सरकार समय पर चुनाव आयोजित कराने में विफल रही”, उन्होंने आरोप लगाया।
मतदाताओं की कुल संख्या 1908 है, लेकिन केवल 1585 ही 30 सितंबर, 2020 को होने वाले चुनाव में मतदान करने के पात्र हैं। नामांकन-पत्र की जांच 19 सितंबर, 2020 को की गयी और उम्मीदवारों को 23 सितंबर 2020 तक नाम वापस लेने की अनुमति दी गई थी।
बैंक के बोर्ड में 21 निदेशक होते हैं, जिनमें से 16 निदेशक 16 क्षेत्रों (रैत, उत्तर बागवान, नूरपुर, इंदौरा, भवारना, बैजनाथ, देहरा, परगपुर, नादौन, हमीरपुर, गगरेट, अंब, ऊना, कुल्लू, बंजार और केलॉन्ग) से चुने जाते हैं, 3 सरकारी नामिती होते हैं, 1 राज्य रजिस्ट्रार और 1 प्रतिनिधि हिमाचल राज्य को-ऑप बैंक से होता है।
ऊना जोन से तीन प्रत्याशी, गगरेट से तीन, देहरा से तीन, नूरपुर से तीन, भवारना से पांच, बैजनाथ से नौ, इंदौरा से चार, बदायूं से दो, हमीरपुर से चार, रीत से चार, परगपुर से तीन, नगरोटा बगवां से तीन, कुल्लू से तीन और बंजार से दो प्रत्याशी मैदान में हैं।
पाठकों को याद होगा कि अप्रैल 2018 में हिमाचल प्रदेश में सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार ने विभिन्न अनियमितताओं के मद्देनजर बैंक के निर्वाचित निदेशक मण्डल को निलंबित कर दिया था। तत्कालीन चेयरमैन जगदीश सपेहिया 2018 में निदेशक मण्डल के निलंबन के खिलाफ अदालत में गए थे। उच्च न्यायालय ने 25 अक्टूबर 2018 को उनकी याचिका खारिज कर दी थी।