हैदराबाद स्थित बहु राज्य अनुसूचित बैंक- एपी महेश कोऑपरेटिव अर्बन बैंक ने 2019-20 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की है। हालांकि बैंक ने कोविड-19 के बावजूद सभी मापदंडों पर अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन शुद्ध लाभ में मामूली कमी दर्ज की है। बैंक का कारोबार 4 हजार करोड़ रुपये के पार हो गया है।
बैंक की वेबसाइट पर जारी वित्तीय आंकड़ों के अनुसार, 31 मार्च 2019 को बैंक का कुल कारोबार 3829.13 करोड़ रुपये था जो वर्ष 2019-20 वित्त वर्ष में बढ़कर 4,140.06 करोड़ रुपये हो गया है। बैंक की जमा राशि 2431.28 करोड़ रुपये से बढ़कर 2019-20 वित्तीय वर्ष में 2597.15 करोड़ रुपये हो गई है जबकि अग्रिम रुपये 1397.85 करोड़ से बढ़कर 31 मार्च 2020 को 1542.91 करोड़ रुपये हो गया है।
बैंक ने 3.15 प्रतिशत की गिरावट दर्ज करते हुए 41.18 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया। पिछले वर्ष का लाभ 42.52 करोड़ रुपये था। बैंक का सकल लाभ 54.43 करोड़ रुपये से बढ़कर 58.70 करोड़ रुपये हो गया है।
अच्छी बात यह है कि इस साल भी बैंक का शुद्ध एनपीए ‘शून्य’ पर बना रहा। बैंक का सकल एनपीए 3.54 प्रतिशत से घटकर 3.38 प्रतिशत हो गया है। सीआरएआर और सीडी अनुपात क्रमशः 18.09 प्रतिशत और 59.41 प्रतिशत पर बना हुआ है।
इसके अलावा, 2019-20 वित्तीय वर्ष में, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने हैदराबाद (तेलंगाना) में पॉश बंजारा हिल्स में बैंक की नवनिर्मित इमारत का उद्घाटन किया था।
पाठकों को याद होगा कि, आंध्र प्रदेश से एक शिकायाकर्ता ने बैंक में चेयरमैन एमेरिटस के पद पर आपत्ति जताते हुए सेंट्रल रजिस्ट्रार को शिकायत दर्ज कराई थी। तब बैंक को आनन-फानन में रमेश कुमार बंग को वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाना पड़ा जो उस समय चेयरमैन एमेरिटस थे।
बहु-राज्य अनुसूचित बैंक की तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में 45 शाखाएँ हैं।
स्मरणीय है कि राज्य सरकार को कोविड-19 के खिलाफ लड़ने में मदद करने के लिए, एपी महेश सहकारी शहरी बैंक, जिसे महेश बैंक के रूप में जाना जाता है, ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री राहत कोष (सीएमआरएफ) में 50 लाख रुपये का योगदान दिया था।