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पार्टी हित के लिए समर्पित अशोक डबास का एनसीयूआई में जीसी का सदस्य बनने के मुद्दे पर भाजपा ने उनका दामन छोड़ दिया।
एनसीयूआई की जीसी में मध्य प्रदेश के सहकारी नेता अरुण तोमर और विशाल सिंह को को-ऑप्ट किया गया और इस मौके पर किसी ने भी अशोक डबास की बात तक नहीं की। अरुण तोमर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के रिश्तेदार माने जाते हैं।
पाठकों को याद होगा कि डबास ने निर्वाचन क्षेत्रों के पुनर्गठन पर याचिका दायर की थी जिसके कारण एनसीयूआई की चुनाव प्रक्रिया स्थगित रही, मंत्रालय के दवाब में डबास को याचिका वापस लेनी पड़ी थी। डबास ने कभी भी पार्टी का साथ नहीं छोड़ा लेकिन जब उनकी मदद की बात आई तो भाजपा के बड़े लोग किनारे हो गए, डबास के सहयोगियों ने शिकायत की।
इससे पहले भी डबास ने एनसीयूआई में एकता के खातिर चंद्र पाल सिंह की उम्मीदवारी के खिलाफ एक मामला वापस लिया था। लेकिन उसके बदले उन्हें कुछ नहीं मिला, उनके दोस्तों ने कहा।
डबास ने एनसीयूआई की जीसी का सदस्य बनने के लिए कई बार चुनाव लड़ा है । सहकारी आंदोलन में उन्हें लोकतंत्र का मशाल वाहक कहा जा सकता है, उनके दोस्तों ने याद दिलाया।
स्मरणीय है कि सोमवार को हुए एनसीयूआई के चुनाव में डबास सिर्फ एक वोट से चुनाव हार गये।