प्रिय दोस्तों,
भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ की ओर से मैं आप सभी को एक बहुत ही खुशहाल और समृद्ध नव वर्ष 2021 की शुभकामनाएँ देता हूँ।
वर्ष 2020 के दौरान, भारत सहित पूरी दुनिया कोरोना महामारी से तबाह हो गई थी जिसकी किसी ने परिकल्पना भी नहीं की थी विश्व अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई, जिसके परिणामस्वरूप सभी आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई और कई लोग बेरोजगार भी हो गये सहकारी क्षेत्र भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ था, लेकिन सभी सहकारी संगठनों ने पर्याप्त मौद्रिक सहायता देने के अलावा, लोगों के बीच भोजन, सैनिटाइजर और अन्य आवश्यक वस्तुओं को वितरित करके बहुमूल्य सामाजिक सेवा भी प्रदान की जो सराहनीय है। भा.रा.सह. संघ, अमूल, इफको, कृभको, मार्कफेडस और अन्य सहकारी संगठनों ने यह सुनिश्चित किया कि आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क में व्यवधान के बावजूद आवश्यक वस्तुएं लोगों की चौखट तक पहुंच जाएं, क्योंकि लोगों को सहकारी समितियों द्वारा प्रदान किए गए उत्पादों और सेवाओं पर पूरा विश्वास है। वास्तव में, भारत में सहकारिता आंदोलन कोविड महामारी के दौरान कांफी मजबूत हुई।
कोरोना महामारी के मद्देनजर हमारे माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आह्वान ने भारत को आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए प्रमुख संस्थानों के रूप में उभरने के लिए सहकारी समितियों को कई अवसर प्रदान किए सहकारी समितियां 20 लाख करोड़ के आत्मनिर्भर पैकेज के तहत विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में सक्षम हैं। 1 लाख करोड़ के माध्यम से कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड द्वारा प्राथमिक सहकारी समितियों को अपनी वेयरहाउसिंग और कोल्ड स्टोरेज सुविधाओं को मजबूत करने का अच्छा अवसर मिलेगा, ताकि किसानों के कृषि उत्पादों में मूल्यवर्धन हो, और वे अपनी उपज का सही मूल्य प्राप्त कर सकें।
वर्ष 2020 के दौरान, भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ ने सहकारी आंदोलन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कोविड महामारी ने भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ को अपने शिक्षण और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से एक सार्थक प्रभाव पैदा करने के संकल्प से विचलित नहीं किया। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के प्रभावी उपयोग के माध्यम से, जिससे बड़ी संख्या में प्रतिभागियों को विशेष रूप से महिलाओं और युवाओं को जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ प्रशिक्षण कार्यक्रमों ने डिजिटल प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, आदि जैसे नए क्षेत्रों में प्रवेश कर अपने शिक्षण और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के क्षितिज का विस्तार किया।
भविष्य में, भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ के सामने कई चुनौतियाँ हैं जैसे नए क्षेत्रों में कार्य उत्पादकता में सुधार, डिजिटल तकनीकों को अपनाना, सहकारी शिक्षा और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का विस्तार करना, संसाधनों के नए स्रोत तलाशना, सरकार और अन्य हितधारकों के साथ हमारे संबंधों को मजबूत करना, सहकारी आंदोलन के मुद्दों और समस्याओं को सरकार के समक्ष अच्छे तरीके रखना, ताकि व्यवहार्य समाधानों को तलाशा जाए, आदि। मुझे आशा ही नहीं वरन पूर्ण विश्वास है कि आप सभी के सहयोग एवं मार्गदर्शन से इन चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करते हुए सहकारिता आंदोलन को एक नया आयाम देने में सफल होंगे।
अंत में पुनः एक बार मैं अपनी ओर से तथा समस्त शाषी परिषद की ओर से आप सभी को स्वस्थ और समृद्ध नव वर्ष 2021 की शुभकामनाएँ प्रेषित करता हॅू।
दिलीप संघानी
अध्यक्ष