मुंबई स्थित सिटीजन क्रेडिट को-ऑपरेटिव बैंक ने वित्त वर्ष 2019-20 में 14.76 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है और बैंक एनपीए को नियंत्रित करने में भी सफल रहा है। बैंक ने लगभग सभी वित्तीय मापदंडों पर अच्छा प्रदर्शन किया है।
बैंक का कुल कारोबार 31 मार्च 2020 तक 4,655 करोड़ रुपये रहा। भारतीय सहकारिता संवाददाता से बात करते हुए बैंक के सीईओ क्रिस्टोफर मेंडोज़ा ने वित्तीय रिपोर्ट को साझा करते हुए कहा, “बाजार की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद, हम 2019-20 वित्त वर्ष में अच्छा प्रदर्शन करने में काफी हद तक सफल हुए हैं। लेकिन देश में कोविड के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से हमारा बैंक उधारकर्ताओं को 50 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण देने में विफल रहा।”
“वित्त वर्ष 2019-20 में बैंक का कुल कारोबार 4,812 करोड़ रुपये से घटकर 4,655 करोड़ रुपये रहा। 31 मार्च, 2020 तक बैंक की कुल जमा राशि 3167.91 करोड़ रुपये और अग्रिम 1,487.56 करोड़ रुपये थी। पिछले वर्ष की तुलना में कुल जमा और अग्रिमों में 98.84 करोड़ रुपये (3.03%) और 58.88 करोड़ रुपये (3.79%) की गिरावट आई, उन्होंने फोन पर कहा।
कोविड -19 के मद्देनजर जब अन्य बैंक बढ़ते एनपीए स्तर से जूझ रहे हैं तब हमारा बैंक एनपीए को नियंत्रित करने में सफल रहा है। हमारे बैंक का नेट एनपीए 2019-20 वित्त वर्ष में 0.87 प्रतिशत और सकल एनपीए 4.62 प्रतिशत था, मेंडोज़ा ने कहा।
बैंक का शुद्ध लाभ 11.23 करोड़ रुपये से बढ़कर 14.76 करोड़ रुपये हो गया है। इसके अलावा, सीआरएआर 19.64% से 22.42% हो गया है। प्रावधान कवरेज अनुपात एक विवेकपूर्ण उपाय के रूप में 67.97% से बढ़कर 81.47% हो गया है।
इस बीच, 2019 में हुए पीएमसी घोटाले का प्रभाव विशेष रूप से सहकारी बैंकिंग क्षेत्र पर काफी पड़ा है। हालांकि, हमारा बैंक इससे अप्रभावित था क्योंकि बैंक के हितधारकों का सिटीजन क्रेडिट को-ऑपरेटिव बैंक पर काफी विश्वास है।
वर्तमान में बैंक की 46 शाखाएँ हैं, जो महाराष्ट्र, गोवा और केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव में फैली हैं। वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान, बैंक ने अपनी कई शाखाओं को नए परिसर में स्थानांतरित किया है। बैंक ने 30 दिसंबर 2020 को मुंबई में अपनी 23वीं वार्षिक आम बैठक का आयोजन किया था।